औरंगाबाद :जम्होर वसंत पंचमी मवेशी मेला होगा पुनर्जीवित,जिलाधिकारी ने पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक में दिया निर्देश
मगध एक्सप्रेस :- समाहरणालय स्थित जिला पदाधिकारी औरंगाबाद के कार्यालय कक्ष में जिला पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक हुई. जिसकी अध्यक्षता जिला पदाधिकारी सौरभ जोरेवाल औरंगाबाद ने की। बैठक में जिला पशु क्रूरता निवारण समिति का खाता बैंक में खोलने का प्रस्ताव आया जिसकी सर्व सम्मति से स्वीकृति। प्रदान की गई। साथ ही जिला पशुपालन कार्यालय परिसर में जिला पशुपालन क्रूरता निवारण समिति के कार्यालय खोलने का प्रस्ताव पारित हुआ। जम्होर वसंत पंचमी मवेशी मेला को पुनर्जीवित करने पे विचार विमर्श किया गया एवं उसे पुनर्जीवित करने का आज की बैठक में निर्णय लिया गया। जिला पदाधिकारी ने जिला पशुपालन पदाधिकारी औरंगाबाद को आदेश दिया की पशुमेला मालिकों की बैठक मेरे साथ आयोजित की जाय ये लोग ही जम्होर वसंत पंचमी मवेशी मेला को पुनर्जीवित करेंगे। साथ ही वैसे पशु मेले जो निबंधित नहीं हैं उन्हें निबंधन प्राप्त करने हेतु आदेश दिया जाय। निबंधित पशु मेला में पशुओं के कल्याण हेतु उपलब्ध संसाधनों का निरीक्षण एवं पर्यवेक्षण किया जाय।
पशु क्रूरता निवारण हेतु पंचायत स्तर पे जागरूकता कार्यशाला आयोजित करने का भी निर्णय लिया गया। बेसहारा पशु के लिए चारागाह एवं पेयजल उपलब्ध कराने हेतु सभी अंचल अधिकारी, कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद , नगर पंचायत को पत्र लिखकर जगह आवंटित कराने का निर्णय लिया गया। पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक प्रत्येक तीन महीने पे अथवा नियमावली में वर्णित प्रावधानों के अनुरूप करने का निर्णय लिया गया। अदरी नदी के पास खुले में हो रहे पशु पक्षियों के बध पे रोक लगाने हेतु संबंधित थाना प्रभारी को पत्र के माध्यम से अवगत कराने एवं इसे बंद कराने हेतु निर्णय लिया गया। सभी प्रखंड परिसर एवं थाना परिसर में पशु क्रूरता निवारण से संबंधित होर्डिंग लगाने का निर्णय लिया गया साथ ही ये भी निर्णय लिया गया की बोर्ड पे हेल्प लाइन नंबर भी जारी किया। जाय। नोडल पदाधिकारी के रूप में डॉक्टर मुकेश को नामित किया गया। पंचायती राज से जुड़े प्रतिनिधियों के साथ एक जिला स्तरीय कार्यशाला करने पे सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया।। बैठक में जिला वन पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी , श्री अजीत कुमार सिंह, श्री सिद्धेश्वर विद्यार्थी जी अधिवक्ता आदि बैठक में उपस्थित थे।