औरंगाबाद :[गोह]जब सरकार से टूट गई आस तो ग्रामीणों ने चंदा कर शुरू किया नाली निर्माण
गौतम उपाध्याय
मगध एक्सप्रेस:-औरंगाबाद जिले के गोह प्रखण्ड के हसामपुर पंचायत अंतर्गत वार्ड संख्या:-08 हरिगाँव का अतिपिछड़ा टोला (विगहा) काफी चर्चा में है,हो भी क्यों न काम ही कुछ अनोखा शुरू किया गया है।सरकार की योजनाओं की राह देख रहे ग्रामीणों का सब्र उस वक्त टूट गया जब बीस वर्ष बीत जाने के बाद भी किसी प्रकार का कोई विकास कार्य इनके टोले में नहीं हुआ।तकरीबन 150 आबादी वाले इस टोले में न तो नाली का बेहतर और ना ही गलियां बरसात के दिनों में पैदल चलना मुश्किल हो जाता है।नाली के पानी का समुचित निकास नहीं होने के कारण नाली का सारा पानी रास्ते पर आ जाता है जिससे पुजा करने के लिए मंदिर जाने के क्रम में काफी परेशानी उठानी पड़ती है। इतना ही नहीं विद्यालय जाने के दौरान कई बार तो बच्चे पैर फिसलने की वजह से गीर भी गये है।
आइये समस्या को और गहराई से समझते हैं:-
ग्रामीण मुनारीक पासवान बताते हैं कि तकरीबन बीस वर्षों से हमने अपने मुहल्ले में कभी भी किसी प्रकार का विकास कार्य होते नहीं देखा। अब तो हम बुढ़ा हो चले हैं सरकार से जो उम्मीद थी ओ भी हमारी तरह बुढ़ा हो गई है। अब सभी लोग चाहते हैं कि भले ही पेट भर खाना न मिले लेकिन नाली का निर्माण जरूरी है।
वहीं एक महिला ग्रामीण सुनिता देवी का कहना है कि चुनाव के वक्त झांसा पर झांसा दिया जाता है लेकिन चुनाव खत्म होते ही वादा खत्म हो जाता है हमलोग का कोई सुद लेने वाला नहीं है। जनप्रतिनिधि तो जन प्रतिनिधि प्रखण्ड विकास पदाधिकारी कभी कभी कोरम पुरा करने के लिए कर्मी को भेजते रहते हैं।
एक अन्य युवा ग्रामीण ने नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि कई बार लोग मुखिया, विधायक,सांसद से इस संबंध में बाद किया गया है सांसद और विधायक महोदय का कहना है कि नाली और गली सात निश्चय का काम है अपने वार्ड और मुखिया से बात करिए मुखिया जी का कहना है कि यह टोला चन्द्रवंशी बहुल है हमें वोट नहीं करते इसलिए हम इनका काम नहीं करेंगे।विदित हो कि हसामपुर पंचायत का वार्ड संख्या:-08 मे सात निश्चय पुरी तरह धराशाई है जिसकी शिकायत मुख्यमंत्री जनता दरबार तक कि जा चुकि है।