गया :जीबीएम कॉलेज में आरबीआई पटना द्वारा “इलेक्ट्रॉनिक बैकिंग जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम” का आयोजन
धीरज गुप्ता
मगध एक्सप्रेस :-गया जिले के गौतम बुद्ध महिला कॉलेज में प्रधानाचार्य प्रो. जावैद अशरफ़ की पहल पर रिजर्व बैंक अॉफ इंडिया के बैकिंग विभाग, पटना एवं एसबीआई, गया से आये अधिकारियों ने “इलेक्ट्रॉनिक बैकिंग जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम” के तहत कॉलेज के फैकल्टीज, बीबीएम, बीसीए तथा सभी कोर्सेज की छात्राओं से साईबर क्राइम, एटीएम क्लोनिंग, ओटीपी, पासवर्ड व सीवीवी की संवेदनशीलता, यूपीआई, आरटीजीएस, नेफ्ट आदि की सुविधाओं से संबंधित विषयों पर महत्वपूर्ण जानकारियाँ साझा कीं है। छात्राओं को बैंकों द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं से परिचित कराते हुए आरबीआई तथा एसबीआई में करियर बनाने हेतु प्रेरित किया।
प्रधानाचार्य प्रो. अशरफ़ ने आरबीआई, पटना के सहायक प्रबंधक राहुल वर्मा एवं कनक अग्रवाल, एसबीआई गया के प्रबंधक(डिजिटल) मनीष कुमार, सहायक प्रबंधक अमरेश कुमार तथा पंकज कुमार का हार्दिक स्वागत करते हुए सभी छात्राओं से आयोजित “ई-बात परामर्श सत्र” का लाभ उठाने का आग्रह किया है। कार्यक्रम का समन्वयन तथा संचालन अंग्रेजी विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी ने तथा संयोजन अर्थशास्त्र विभाग एवं इतिहास विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर्स डॉ. नगमा शादाब एवं डॉ. अनामिका कुमारी ने किया है।आरबीआई एवं एसबीआई से आये अधिकारियों ने छात्राओं से अनेक महत्वपूर्ण प्रश्न पूछे तथा सही उत्तर देने वाली छात्राओं का उत्साहवर्द्धन गिफ्ट प्रदान करके किया।
परामर्श सत्र में प्रो. उषा राय, प्रो.किश्वर जहाँ बेगम, डॉ. शगुफ्ता अंसारी, डॉ. सहदेव बाउरी, डॉ. जया चौधरी, डॉ पूजा, प्रीति शेखर, डॉ. अमृता कुमारी घोष, डॉ. प्रियंका कुमारी, डॉ .शिल्पी बनर्जी एवं मोनिका, पम्मी, महिमा, रिया, शिल्पा आदि सौ से अधिक छात्राओं की उपस्थिति रही है। धन्यवाद ज्ञापन कॉलेज की पीआरओ डॉ. रश्मि प्रियदर्शनी ने किया है।ज्ञात हो कि भारतीय रिजर्व बैंक भारत का केन्द्रीय बैंक है, जो सभी भारतीय बैंकों का संचालक है। रिज़र्व बैक भारत की अर्थव्यवस्था को नियन्त्रित करने के साथ देश के हित में मुद्रा व ऋण प्रणाली परिचालित करने, मौद्रिक नीतियाँ तैयार करके उनका कार्यान्वयन एवं निगरानी करने का भी कार्य करता है। वित्तीय प्रणाली का विनियमन और पर्यवेक्षण, विदेशी मुद्रा प्रबन्धन आदि अनेक महत्वपूर्ण कार्य आरबीआई द्वारा किये जाते हैं।