औरंगाबाद :आंगनबाड़ी में पढ़ने गया था ननिहाल में आया मासूम ,तालाब में डूबने से हुई मासूम की मौत
औरंगाबाद जिले के गोह में आंगनबाड़ी में पढ़ने गए एक सात वर्षीय मासूम की मौत तालाब में डूबने से हो गई । मासूम अपनी माँ के साथ पिछले 1 महीने से ननिहाल में था और गाँव के ही आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ने गया था । मामला औरंगाबाद जिले के बन्देया थाना क्षेत्र का है जहां दधपी में मंगलवार की दोपहर ननिहाल आए एक सात वर्षीय मासूम की तालाब में डूबने से मौत हो गई।
मां के साथ ननिहाल आया था मासूम
मृतक मासूम गोह थाना क्षेत्र के रामपुर(डिहुरी)गांव निवासी राजेश पासवान का पुत्र आर्यन कुमार बताया जाता है। बच्चे के नाना इंद्रमोहन पासवान ने बताया कि उनकी पुत्री कविता कुमारी पिछले एक माह से अपने मायके में ही रह रही थी। पति दुसरे राज्य में रहकर मजदूरी का कार्य करते हैं।
मंगलवार की दोपहर आर्यन स्कूल गया हुआ था। वहीं बगल में स्थित तालाब की तरफ चला गया और तालाब में पैर फिसलने के कारण डूब गया। काफी देर के बाद लोगों को जानकारी हुई जिसके बाद तत्काल मासूम को तालाब से निकाला गया,लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। आनन फानन में मासूम को पीएचसी गोह ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने मासूम को मृत घोषित कर दिया।
गर्भवती थी मासूम की माँ ,अच्छी देखभाल हो सके इसलिए आई थी मायके ,खो दिया एकलौता पुत्र
प्रभारी थानाध्यक्ष बन्देया अरविंद कुमार ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल भेजा गया है। पोस्टमार्टम के उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। वहीं परिजनों ने बताया कि मृतक आर्यन कुमार अपने मां कविता देवी एवं पिता राजेश पासवान का इकलौता पुत्र था। माँ गर्भवती थी और नइहर में अच्छी देखभाल हो सके इस वजह से आई थी।
जीवन यापन के लिए पिता दुसरे राज्य में रहकर मजदूरी का कार्य करते हैं। अचानक हुए इस हादसे से पूरा परिवार सदमे में है, और रो रो कर बुरा हाल है।सुचना मिलते ही डिहुरी मुखिया कृष्णकांत उर्फ पप्पू यादव, पंचायत समिति बक्सर झोंकी यादव सहित अन्य ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार को ढांढस बढ़ाया।
हाल ही में हुई थी एक और घटना , लापरवाही मामले में प्रधानाध्यापक और शिक्षक पर गिरी थी गाज
लगातार हो रही घटनाओं के वावजूद विद्यालय या आंगनबाड़ी के प्रभारी ऐसे मामलों पर लगातार उदासीन रवैया अपनाते नजर आ रहे है । आंगनबाड़ी से निकलकर मासूम तालाब की तरफ चला जाता है और तालाब में डूबने की वजह से मासूम की मौत हो जाती है लेकिन उस वक्त आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका कहाँ थी । क्या उन्हें इस मासूम के आंगनबाड़ी से निकलने की जानकारी नही थी या लापरवाही का नतीजा है ।
हाल ही में औरंगाबाद के माली थाना क्षेत्र के गम्हरिया में भी एक ऐसी ही घटना घटी थी जिसमे दो मासूमो ने अपनी जान गवाई थी । इस घटना में जिला प्रसाशन ने संज्ञान लिया था और लापरवाही के आरोप में विद्यालय के प्रधानाध्यापक और शिक्षक पर कार्यवाई भी की थी लेकिन वावजूद इसके लापरवाही के कारण एक और मासूम ने अपनी जान गंवा दी ।
reported by gautam upadhyay