बिहार :मुख्यमंत्री ने कमला बलान तटबंध के ऊँचीकरण, सुदृढ़ीकरण एवं पक्कीकरण कार्य का किया निरीक्षण, ड़रिया संग्राम में मिथिला हाट का किया लोकार्पण,सुप्रीम कोर्ट में पी०आई०एल० दाखिल होने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पी०आई०एल० कोई दाखिल करे, इसका कोई मतलब नहीं है

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Magadh Express :बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने मधुबनी जिले के झंझारपुर प्रखंड स्थित मेहत चौक के समीप कमला बलान तटबंध के ऊँचीकरण, सुदृढ़ीकरण एवं पक्कीकरण कार्य का निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में सचिव जल संसाधन विभाग श्री संजय कुमार अग्रवाल ने सेटेलाइट इमेजनरी ऑफ कमला बलान रिवर के माध्यम से प्रवाह क्षेत्र एवं प्रभावित इलाकों के विषय में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि फेज-1 के तहत अभी तटबंध के सुदृढ़ीकरण, पक्कीकरण एवं ऊंचीकरण का कार्य हो रहा है, उसे बेहतर ढंग से करें ताकि लोग सुरक्षित रहे । तटबंध के शेष भाग का काम फेज-2 के तहत् करवाएं। जितनी धनराशि की आवश्यकता होगी, सरकार उपलब्ध कराएगी।

पहले भी हम आकर इस क्षेत्र का मुआयना किए थे,उसी समय यह तय किया गया कि इस तटबंध को मजबूत करना है ताकि बाढ़ के समय लोग प्रभावित न हों। तटबंध को सुदृढ़ करने के साथ ही इस इलाके में प्रवाहित होनेवाले जल को इंटर लिंकिंग करवाकर डायवर्ट करें ताकि पानी का उपयोग हो सके। इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने मधुबनी के अड़रिया संग्राम, झंझारपुर में मिथिला हाट का शिलापट्ट का अनावरण कर एवं फीता काटकर लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री को जल संसाधन मंत्री श्री संजय कुमार झा ने पाग, अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिह्न भेंटकर अभिनंदन किया। मिथिला हाट के लोकार्पण के पश्चात् मुख्यमंत्री ने दीप जलाकर मुख्यमंत्री उद्यमी मेला का उद्घाटन किया।

मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना, मुख्यमंत्री अनूसूचित जाति / जनजाति उद्यमी योजना के लाभार्थियों द्वारा मिथिला हाट में लगाए गए स्टॉल का मुख्यमंत्री ने मुआयना किया। उद्यमी योजना के लाभार्थियों द्वारा निर्मित कूलर मैन्युफैक्चरिंग, मसाला उद्योग, पशु आहार, डिटर्जेंट पाउडर, टॉयलेट क्लीनर, पाश्ता, मच्छरदानी, सिक्की कला से निर्मित डलिया, मधुबनी पेंटिंग, अगरबत्ती, पेस्ट्री, बेकरी उद्योग, मखाना प्रोसेसिंग, रेडिमेड गार्मेंट्स, डिस्पोजर डायपर, सैनेट्री नैपकिन, खादी वस्त्र, मिथिला पाग, थैला आदि अन्य सामानों का मुख्यमंत्री ने अवलोकन कर जानकारी ली ।

जल संसाधन विभाग द्वारा निर्मित मिथिला हाट पर आधारित लघु फिल्म मुख्यमंत्री के समक्ष प्रदर्शित की गई। मिथिला डाट के लोकार्पण के पश्चात् मुख्यमंत्री ने जल जीवन -हरियाली अभियान के तहत बड़की पोखर के कराए गए सौंदर्यीकरण कार्य का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पोखर के चारो तरफ वृक्षारोपण कराया गया है। लोग टहल सकें, इसकी भी व्यवस्था की गई है।

कार्यक्रम के पश्चात मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुये कहा कि यहाँ अच्छी व्यवस्था की गयी है। मिथिला हाट का मकसद यही है कि यहां पर स्थानीय लोगों को सुविधा मिले और टूरिज्म का भी विकास हो, उसको बढ़ावा मिले। यहां पर जब सबकुछ अच्छा हो जाएगा तो इसे देखने के लिए बहुत लोग बाहर से भी आएंगे। यह जगह भी बहुत अच्छी है। पहले भी हम यहां पर आते रहे हैं। यहां पर सारा कुछ स्थानीय स्तर पर ही बना हुआ है, लोकल ईंट से ही सारा निर्माण कार्य हुआ है। यह सब देखकर बहुत अच्छा लग रहा है। 2021 के दिसंबर में हम यहां पर आकर अधिकारियों को निर्देश दिए थे, उसी आधार पर सारा काम हुआ है।

जातीय जनगणना को लेकर सुप्रीम कोर्ट में पी०आई०एल० दाखिल होने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पी०आई०एल० कोई दाखिल करे, इसका कोई मतलब नहीं है। केंद्र के स्तर पर भी वर्ष 2011 के बाद जाति आधारित जनगणना हुआ लेकिन वो ठीक नहीं हुआ। हम तो चाहते थे कि पूरे देश में जाति आधारित जनगणना हो लेकिन केंद्र इसके लिए तैयार नहीं हुआ और कहा कि राज्य को अपना करना है तो करें। हमलोग जनगणना नहीं गणना कर रहे हैं, जाति आधारित गणना जनगणना करने का अधिकार तो केंद्र के पास ही है। जाति आधारित गणना से सबकी आर्थिक स्थिति का भी पता चलेगा। हर चीज की जानकारी ले रहे हैं, सर्वे करवा रहे हैं। इससे यह भी पता चलेगा कि बाहर में कितने लोग रह रहे हैं, काम क्या कर रहे हैं।

कोरोना के दौरान 20 से 25 लाख लोग यहाँ आये। अब ये बात समझ के परे है कि कोई पी०आई०एल० दाखिल कर रहा है। यह काम सबके हित में है। लोगों की गिनती के साथ ही हर परिवार की आर्थिक स्थिति का भी पता लगाया जा रहा है चाहे वे कोई भी जाति के हों या फिर किसी भी धर्म के हों। सब के परिवार की आर्थिक स्थिति का हमलोग पता लगवा रहे हैं। केंद्र के स्तर पर ये काम पहले भी हुआ है लेकिन वो ठीक से नहीं करवा पाए केंद्र यह काम पूरे देश में करवा चुका है। अलग-अलग राज्यों में कुछ हद तक इसे करवाया गया है लेकिन हमलोग बहुत ही बढ़िया ढंग से यह काम करवा रहे हैं। यहां पर केवल लोगों की गिनती नहीं होगी बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति का भी पता लगाया जाएगा।

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