औरंगाबाद : [देव] नहाय खाय के साथ लोक आस्था का महान पर्व कार्तिक छठ की हुई शुरुआत , प्रथम दिन 50 हजार लोगो ने लगाईं आस्था की डुबकी
मगध एक्सप्रेस :-लोक आस्था के महान पर्व चार दिवसीय कार्तिक छठव्रत का अनुष्ठान नहाय खाय के साथ आज से आरंभ हो गया है । व्रतियों द्वारा अंतःकरण की शुद्धि के साथ नदियों एवं पवित्र सरोवरों सहित ऐतिहासिक सूर्यकुण्ड तालाब में पवित्र स्नान कर व्रत की शरुआत की ।प्रसिद्ध तीर्थस्थल देव के सूर्य कुंड में सुबह से ही व्रतियो की भीड़ रही और उनके द्वारा इस कुंड में पुरे विधि विधान से स्नान कर सूर्य मंदिर में सूर्य की आराधना कर व्रत की सफलता की मन्नते मांगी गयी । नहाय खाय के साथ चार दिवसीय महापर्व छठ का शुभारम्भ हो गया है ।
ऐतिहासिक, धार्मिक, आध्यात्मिक, पौराणिक और पर्यटन के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण सौर तीर्थस्थल देव समेत पूरे औरंगाबाद जिले में श्रद्धालुओं एवं छठव्रती नर-नारियों द्वारा आज नहाय-खाय के धार्मिक कृत्य के सम्पादित करने के साथ ही लोक आस्था का पवित्र पर्व चार दिवसीय छठ व्रत का अनुष्ठान आरंभ हो गया है। इस बीच छठव्रत का अनुष्ठान करने के लिए देव में समीपवर्ती प्रदेष झारखंड, उतर प्रदेष, मध्य प्रदेष, छतीसगढ़, बंगाल एवं राज्य के कोने-कोने से छठ व्रतियों एवं श्रद्धालुओं का छठ व्रत करने के लिए देव आना आरंभ हो गया है।
छठ व्रत के प्रथम दिन आज देव समेत पूरे जिले में श्रद्धालुओं एवं छठ व्रतियों ने अंतः करण की शुद्धि के लिए पवित्र सूर्यकुंड के अलावा जिले के विभिन्न हिस्सों में स्थित पवित्र नदियों व सरोवरों में पवित्र स्थान किया गया । स्नान के बाद महिलाओं ने नदी व कुंओं के शुद्ध जल से कद्दू-भात बनाया और इसे परिजनों, बन्धु-बांधनों एवं इष्ट मित्रों के साथ ग्रहण किया।
नहाय खाय के बाद छठव्रतियों द्वारा आज शाम में खरना किया जायेंगा और इसके बाद छठव्रतियों के 24 धंटे का निर्जला उपवास आरंभ हो जायेगा, जो सूर्य को अध्र्य दिये जाने के साथ संपन्न होगा। खरना के अगले दिन छठ व्रती शाम में अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य अर्पित करेंगे और इसके अगले दिन प्रातः में उदयाचल सूर्य को अध्र्य के साथ चार दिवसीय छठ व्रत संपन्न हो जायेगा।