Aurangabad:(मदनपुर)108 बच्चो का दल परिभ्रमण पर रवाना,प्रधानाध्यापक ने दिखाई हरी झंडी

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Magadh Express:-मुख्यमंत्री बिहार दर्शन योजनान्तर्गत उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय एवं मध्य विद्यालय सलैया मदनपुर के बच्चे बुधवार को शैक्षणिक परिभ्रमण पर थें। दो बसों पर सवार 108 बच्चे तथा शिक्षक शिक्षिकाओं के दल की सलैया पंचायत मुखिया मनोज चौधरी, सलैया थाना के सब इंस्पेक्टर प्रभु दयाल शंकर , समाजसेवी भोला सिंह एवं प्रधानाध्यापक राजकुमार प्रसाद गुप्ता ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखा कर विदा किया। सबसे पहले यह जत्था माता ताराचण्डी धाम रुक कर माता के दर्शन किए और निर्विघ्न यात्रा की कामना की।

तत्पश्चात सासाराम के पायलट बाबा आश्रम स्थित मंदिरों का भ्रमण किया। अनुकूल माहौल में सभी ने शेरशाह सूरी का ऐतिहासिक स्थल का नजारा देखने के बाद कैमूर स्थित मां मुंडेश्वरी धाम की चढ़ाई पूरी की। यह यात्रा किसी ट्रेकिंग से कम नहीं थी। बताते चले कि मुंडेश्वरी मंदिर, बिहार के कैमूर जिले के रामगढ़ गाँव के पंवरा पहाड़ी पर स्थित है, जिसकी ऊँचाई लगभग 600 फीट है। यह मंदिर अपने ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है और पहाड़ियों की वादियों में बसा हुआ है। ऐतिहासिक दृष्टिकोण से भी यह स्थल काफी दर्शनीय है।

वर्ष 1812 से 1904 के बीच ब्रिटिश यात्रियों आर.एन. मार्टिन, फ्रांसिस बुकानन और ब्लाक ने इस मंदिर का भ्रमण किया था। पुरातत्वविदों के अनुसार, यहाँ से प्राप्त बौद्ध शिलालेख 389 ई. का है, जो इसकी प्राचीनता को दर्शाता है। मंदिर की नक्काशी और मूर्तियाँ उत्तरगुप्तकालीन हैं। यह पत्थर से बना अष्टकोणीय मंदिर है। मंदिर के पूर्वी खंड में देवी मुंडेश्वरी की भव्य और प्राचीन पत्थर की मूर्ति स्थित है। देवी माँ वाराही रूप में विराजमान हैं, जिनका वाहन महिष है।


मंदिर में चार द्वार हैं, जिनमें से एक को बंद कर दिया गया है और एक अर्ध्द्वार है। मंदिर के मध्य में पंचमुखी शिवलिंग स्थापित है, जिसका पत्थर सूर्य की स्थिति के अनुसार रंग बदलता है। मुख्य मंदिर के पश्चिम में विशाल नंदी की मूर्ति स्थित है, जो आज भी अक्षुण्ण है।मंदिर में पशु बलि की परंपरा है, जिसमें बकरा चढ़ाया जाता है लेकिन उसका वध नहीं किया जाता। यह सात्विक बलि परंपरा पूरे भारत में अनोखी है।रामगढ़ गाँव केवल मुंडेश्वरी मंदिर के लिए ही नहीं, बल्कि अपनी प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व के लिए भी प्रसिद्ध है। यह गाँव पहाड़ों की वादियों में बसा है, जहाँ झीलें और झरने इसकी खूबसूरती में चार चाँद लगाते हैं। यहाँ एक प्राचीन किला भी स्थित है।


मुंडेश्वरी मंदिर और रामगढ़ गाँव, अपनी ऐतिहासिकता, धार्मिक महत्व और प्राकृतिक सुंदरता के कारण पर्यटकों और शोधकर्ताओं के लिए एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।
यहां एक गुफा है जिसका इतिहास काफी दिलचस्प है।
प्रधानाध्यापक राजकुमार प्रसाद गुप्ता ने बताया की मुख्यमंत्री बिहार दर्शन योजनान्तर्गत उच्च विद्यालयों तथा मध्य विद्यालयों को एक मुस्त 20 हजार रुपए का ग्रांट दिया जाता है, जिससे विद्यालय बच्चों को किसी दार्शनिक एवं ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण करते हैं। इसी कड़ी में सलैया स्कूल के बच्चों को शैक्षणिक परिभ्रमण पर ले जाया गया। पूरे दिन बच्चों ने अपने दोस्तों के साथ शैक्षणिक परिभ्रमण का आनंद उठाया। इस अवसर पर शिक्षक बिनोद कुमार मिश्रा, संजय कुमार, राहुल कुमार, ठाकुर अमरेश प्रसाद, शिक्षिका प्रतिभा कुमारी, रेखा कुमारी, स्नेहलता सिन्हा,पूजा कुमारी सहित विद्यालय के अंत स्टाफ मौजूद थें।

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