औरंगाबाद : जिलाधिकारी महोदय देखिये ,जिसे ईश्वर ने नहीं मारा ,उसे सरकारी सिस्टम ने किया मृत घोषित ,जिंदा दिव्यांग युवती को कागज पर किया गया मृत घोषित, डेढ़ साल से पेंशन है बंद

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मगध एक्सप्रेस :-बिहार में लापरवाह और बेपरवाह सिस्टम का एक नजरा औरंगाबाद जिले के मदनपुर प्रखंड अंतर्गत सुदूरवर्ती इलाका पिरवां पंचायत के ठेका बिगहा गाँव में देखने को मिला है। जहां एक दिव्यांग का पेंशन लगभग डेढ़ साल से रोक दी गई है।पेंशन रुकने की वजह अगर आप जानिएगा तो आप भी हैरान हो जाईएगा जिस तरह से उस दिव्यांग के परिजन परेशान हुए हैं। हालांकि जब इस लापरवाह और बेपरवाह सिस्टम का पर्दा धीरे धीरे खुलना शुरू हुआ तो लापरवाह और बेपरवाह सिस्टम के पदाधिकारी टेका बिगहा गाँव पहुंचने लगे और सब कुछ ठीक करने की बातें परिवारजनों से करने लगे। लेकिन परिवार अब किसी को एक नहीं सुन रहा है।और परिजनों के द्वारा कहा जा रहा है कि जब तक इस मामले में कार्रवाई नहीं होगी तब तक हम लोग चुप नहीं बैठेंगे। टेका बिगहा निवासी विजय यादव की 15 वर्षीय पुत्री रितु कुमारी 100% दिव्यांग है और ना तो वह बोल पाती है ना ही चल पाती है और ना ही अपने हाथों से खाना खा पाती है।

जानते हैं क्या हुआ मामला?

मदनपुर प्रखंड के पिरवां पंचायत के टेका बिगहा गांव निवासी विजय यादव के दिव्यांग पुत्री को पेंशन का राशि प्रत्येक महीने मिलता था।परंतु रितु कुमारी का डेढ़ साल से पेंशन नही मिल रहा था।रितु के पिता विजय यादव जब पेंशन की राशि निकालने के लिए रितु को लेकर मदनपुर बैंक शाखा पहुंचे तो बैंक के कर्मियों ने उन्हें बताया कि आपकी बेटी को मृत घोषित कर दिया गया है। इस वजह से आपकी बेटी को पेंशन का राशि नहीं मिल रहा है जब यह बात विजय यादव जाने तो वह आवाक हो गए और इसकी सूचना प्रखंड विकास पदाधिकारी मदनपुर कुमुद रंजन को दिया। जिस पर प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कहा कि पेंशन चालू कर दी जाएगी तो विजय यादव ने कहा कि जो डेढ़ साल से पेंशन हमारी बेटी को नहीं मिला है और जिसने हमारी दिव्यांग बेटी को मृत्य घोषित कर दिया है। उसे पर जब तक कार्रवाई नहीं हो जाती तब तक हम पेंशन की राशि नहीं लेंगे और वह पेंशन लेने से इनकार कर गए।सुचना पर जिला पार्षद विकास दिव्यकृति युवत्ति के घर पहुंचे और पदाधिकारियों से फोन पर बात कर समस्या को दूर कराने की बात कहा।उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी से मिलकर इस समस्या से अवगत कराया जाएगा।

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