औरंगाबाद : देव में स्वास्थ्य विभाग की कार्यवाई ,दो अवैध अल्ट्रासाउंड केंद्र पर छापा ,किया गया सील ,देव प्रखंड में 50 से अधिक अवैध क्लीनिकों पर कार्यवाई कब ?
मगध एक्सप्रेस :-औरंगाबाद जिले के देव नगर पंचायत स्थित दीवान बाग रोड में सरकारी हॉस्पिटल से नजदीक अवैध रूप से संचालित दो अल्ट्रा साउंड केंद्र को स्वास्थ्य विभाग ने सील कर दिया गया है ।प्राप्त जानकारी के अनुसार औरंगाबाद जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री के निर्देश पर देव प्रखंड में संचालित हो रहे अल्ट्रासाउंड केन्द्र का धावा दल ने जांच किया । धावा दल में शामिल प्रशिक्षु आईएएस गौरव कुमार,सिविल सर्जन रवि भूषण श्रीवास्तव ,प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी मोहम्मद शमीद , एस आई सुशील कुमार के द्वारा दो अल्ट्रासाउंड की जांच की गई। जिसमें अल्ट्रासाउंड केंद्र के कागजातों की जांच उपरांत सील कर दिया गया। अधिकारियों की टीम जैसे ही दीवान बाग रोड में जांच को पहुंची वैसे ही अल्ट्रासाउंड और पैथोलॉजी संचालकों में हड़कंप मच गया। लोग अपनी-अपनी पैथोलॉजी और अल्ट्रासाउंड का शटर गिरा कर फरार हो गए। अचानक अल्ट्रासाउंड सेंटरों की जांच से इसके संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है।वहीं जिन दो अल्ट्रा साउंड केंद्र को सिल किया गया है उसमे पहला एम एस अल्ट्रा साउंड केंद्र और देव अल्ट्रासाउंड के नाम से केंद्र चल रहा था ।सिविल सर्जन रवि भूषण श्रीवास्तव ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर यह कारवाई की गई है , दोनो केंद्रों का जांच कर केंद्र को सिल किया गया है ,विभाग आगे की कार्यवाई में जुटी है ।
देव में सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं झोलाछाप डॉक्टर
स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन की रोक नहीं होने के चलते नीम हकीमों झोलाछाप चिकित्सकों की बाढ़ आई हुई है। कार्रवाई के अभाव में झोलाछाप डाक्टरों की बल्ले-बल्ले हो रही है। क्षेत्र में खुले आम दुकानें खोलकर लोगों का उपचार कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन गंभीर नहीं होने के कारण नीम हकीम लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे हैं।देव प्रखंड क्षेत्र भर में झोलाझाप डॉक्टर अपना डेरा जमाएं हुए हैं इन्हें किनका सरंक्षण है। साल भर में शिकायत-शिकवा पर इनके ऊपर छापामार कार्यवाही होती है लेकिन उसके पहले विभाग में बैठे विभीषण अपने-अपने झोलाझापों को सूचना कर रफूचक्कर करा देते हैं, जिससे वह झोलाछाप डॉक्टर उस दिन कार्यवाही से बच निकलते हैं इसका कारण है सूचना तंत्र से इनकी दोस्ती यारी।
ग्रामीण इलाकों में मरीजों के स्वास्थ्य से हो रहा खिलवाड़
देव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के समीप एक दर्जन से अधिकझोलाछाप डॉक्टर का क्लीनिक है वही ग्रामीण इलाकों में बिना डिग्री धारी जो आज वह इलाज करने का लाइसेंस लेकर लोगों के जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्यवाही ना होना स्वास्थ विभाग की निष्क्रियता को सामने लाता है। झोलाछाप डॉक्टरों के इलाज ने कई मासूम और युवाओ की जान ली है। फिर भी स्वाथ्य विभाग कुंभकर्ण की नींद मे सोया हुआ है! झोलाछापो पर कार्यवाही ना होना समझ से परे है! वहीं देव प्रखंड के देव दीवान बाग रोड, देव गोदाम मोड़ , केताकी रोड, केताकी बाजार, चट्टी बाजार, बालूगंज बाजार ,देव नया बाजार, मस्जिद रोड देव थाना मोड़, सहित एक दर्जन से अधिक जगहों पर अवैध रूप से क्लीनिक संचालित हो रहे है जो ग्रामीण इलाकों के भोले भाले मासूमों से अधिक रुपयों की ठगी करते है , ऑपरेशन और जांच के नाम पर भी शोषण किया जाता है लेकिन विभाग सब जानते हुए भी अनजान बना बैठा है ।
चिकित्सा विभाग भी है वाकिफ
गांवों में किसी भी चिकित्सक के यहां काम किया और गांवों में जाकर दुकाने खोल ली क्षेत्र में इन नीम हकीमों के पास डिग्री डिप्लोमा लेकिन फिर भी ग्रामीणों की नजर में डॉक्टर साहब बने हुए है और ग्रामीणों का उपचार कर रहे है। लेकिन प्रशासन चिकित्सा विभाग के अधिकारी भी गांवों में पहुंचते है तो इनकी जांच करने की जगह अनदेखी कर जाते है जबकि चिकित्सा विभाग को इन नीम हकीमों की जानकारी है लेकिन इन पर कार्रवाई करने पर दूर नजर आते है जिसके चलते ग्रामीणों को नीम हकीमों से उपचार कराने पर मजबूर होना पड़ रहा है।प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी मोहम्मद समिद ने बताया कि नीमहकीमों के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए टीमें गठित कर जल्द ही ऐसे लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी।