गया :चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन ,अस्ताचल और उदयाचल सूर्य को दिया गया अर्घ्य
मगध एक्सप्रेस :- विश्व प्रसिद्ध चार दिवसीय लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा ऊगते हुए उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही सम्पन्न हो गया है। गया के फल्गु नदी, पिता महेश्वर ,ब्राह्मणी घाट, केंदुई घाट, सीता कुंड ,सिढीया घाट, लखीबाग घाटसमेत विभिन्न घाटों पर छठ व्रतियों ने ऊगते हुए उदयीमान सूर्य को अर्घ्य दिया और छठी मैया की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की और इसके बाद व्रत का पारण किया है। बता दे कि चार दिनों तक चलने वाला लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा नहाय-खाय के साथ इसकी शुरुआत हुई थी। खरना के बाद डूबते हुए अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य और फिर आज ऊगते हुए उदयीमान सूर्य को अर्थ देने के साथ ही यह त्यौहार सम्पन्न हो गया है।
विश्व प्रसिद्ध छठ पर्व छठी मैया निसंतान दांपतियों को संतान का वरदान देती हैं और घर की सुख-समृद्धी का भी आशीर्वाद देती है। इस वजह से महिलाएं छठ पर्व का व्रत रखती है। जिससे उनकी संतान को दीर्घायु की प्राप्ति होती है और जिनकी संतान नहीं हैं, उन विवाहित दंपतियों को संतान का सुख प्राप्त होती है। इस व्रत को पूरे नियम के साथ किया जाता है।इस छठ पर्व पर गया जिला परिषद उपाध्यक्ष शितल यादव,किडीजी के निदेशक हरि प्रपन्ना के परिवार ने,पूर्व नगर प्रखड ब्लाक अध्यक्ष रंजीता रंजन , उमेश कुमार परिवार काफी संख्या में लोगों ने छठ पूजा की थी