औरंगाबाद:जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा: पहले दिन हुए 191 महिला बंध्याकरण एवं 16 पुरुष नसबंदी
Magadh Express:-विश्व जनसंख्या दिवस पर सदर अस्पताल से लेकर हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर तक के संस्थानों में योग्य दंपति तक पहुंच और जिले के जनसंख्या स्थिरीकरण के सपने को साकार करने का संकल्प लिया गया. जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित किए गए और शुरू हो गया जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा.
इस वर्ष का थीम है- “आजादी के अमृत महोत्सव में हम लें यह संकल्प परिवार नियोजन को बनाएंगे खुशियों का विकल्प.” इस विषय की सूचना देते हुए जिला कार्यक्रम प्रबंधक मो. अनवर आलम द्वारा बताया गया कि विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर दिनांक 27 जून से 10 जुलाई तक दंपत्ति संपर्क पखवाड़ा एवं 11 जुलाई से 31 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है.आज पहले दिन जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में कुल 191 महिला बंध्याकरण तथा 16 पुरुष नसबंदी ऑपरेशन हुए.
जानकारी देते हुए डीपीएम द्वारा बताया गया कि आज जिला अंतर्गत स्वास्थ्य संस्थानों में परिवार नियोजन मेला का आयोजन किया गया. परिवार नियोजन के लिए आवश्यक सामग्री की प्रदर्शनी लगाई गई और उसके उपयोग के बारे में लाभुकों को बताया गया सामग्रियों का वितरण भी किया गया. सैकड़ों बच्चों एवं नव युवकों ने स्वास्थ संस्थानों की तरफ से आयोजित साइकिल रैली में भाग लिया.
आगामी दिनों में सदर अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पताल दाउदनगर में प्रतिदिन बंध्याकरण ऑपरेशन एवं पुरुष नसबंदी कराने की योजना है. इसी प्रकार सभी रेफरल अस्पताल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में सप्ताह में 2 दिन “फिक्स-डे” के आधार पर महिला बंध्याकरण एवं पुरुष नसबंदी कराया जाएगा. सभी हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर परिवार नियोजन के अस्थाई साधन जैसे गर्भनिरोधक गोलियां एवं इंजेक्शन एवं कॉपर टी की विशेष व्यवस्था रहेगी. इसके लिए एक विशेष काउंटर लगाया जाएगा इच्छुक लाभार्थियों के समक्ष बास्केट ऑफ चॉइस के रूप में गर्भ निरोधक साधन रखे जाएंगे. लाभार्थियों को जो पसंद होगा वह सेवा उन्हें संस्थान की ओर से प्रदान किया जाएगा.
विदित हो कि हर साल 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है. जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए नागरिकों को जागरूक करने का फैसला लेते हुए संयुक्त राष्ट्र ने विश्व जनसंख्या दिवस मनाने की शुरुआत 11 जुलाई 1989 से किया था. 11 जुलाई को पूरी दुनिया में जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए परिवार नियोजन के मुद्दे पर बातचीत की जाती है. जनसंख्या नियंत्रण, परिवार नियोजन, आदि विषय पर जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाता है. आज बढ़ती जनसंख्या दुनियाभर के लिए चिंता विषय है. जनसंख्या वृद्धि की वजह से अशिक्षा, बेरोजगारी, भुखमरी और गरीबी बढ़ रही है. हर दिन लाखों की संख्या में बढ़ रही जनसंख्या लगभग सभी देशों के लिए समस्या बन गई है. भारत के लिए चिंता का विषय है कि बात है कि यह दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन चुका है, जबकि पहले स्थान पर स्थापित पड़ोसी देश चीन खिसक कर दूसरे स्थान पर पहुंच चुका है.