औरंगाबाद :सीआईएसएफ ने मनाया 54 वां स्थापना दिवस,कर्तव्य निष्ठा, ईमानदारी व त्याग का परिणाम है कि आज सीआईएसएफ न केवल देश बल्कि सरकारी व निजी क्षेत्र के संस्थानों को सफलतम सुरक्षा मुहैया करवा रही, बल्कि विदेशों में भी अपनी सेवाएं प्रदान कर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाकर देश का नाम ऊंचा कर रही है

0

संदीप कुमार

मगध एक्सप्रेस :-औरंगाबाद जिले के नवीनगर प्रखंड के बीआरबीसीएल परियोजना की सुरक्षा ईकाई सीआईएसएफ द्वारा 54 वां स्थापना दिवस मनाया गया। सीआईएसएफ द्वारा स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। सीआईएसएफ स्वर्ण जयंती समारोह के अवसर पर भव्य परेड का आयोजन ईकाई के जवानों द्वारा किया गया। कार्यक्रम के दौरान जवानों ने आकर्षक परेड पेश किया ।

वही मॉकड्रिल भी किया। कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि रवि प्रकाश मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीआरबीसीएल नवीनगर ,अनिल गौंड, उप कमांडेंट, एवं चरणजीत सिंह अपर महाप्रबंधक मानव संसाधन राजेश भोपाई महाप्रबंधक मानव संसाधन ललित सोनी, मैनेजर मानव संसाधन, चंद्रहास शर्मा प्रेम शंकर पाण्डेय, पंकज कुमार शुक्ला, एसपी सिंह रवि किशोर, प्रीति कुमारी ने शिरकत की।

इस अवसर पर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये मुख्य अतिथी रवि प्रकाश कार्यकारी अधिकारी बीआरबीसीएल नवीनगर ने बल के सदस्यों व उनके परिवारों को इस स्वर्ण जयंती अवसर पर बधाई देते हुए।इस संयंत्र की सुरक्षा व प्रगति में सीआईएसएफ इकाई की अहम भूमिका की भरपूर प्रशंसा की व बल के दिन दुगुनी व रात चौगुनी उन्नति की कामना की।

वही उपस्थित कई अन्य लोगों ने कहा कि बल की स्थापना की 54 वीं वर्षगांठ की शुभकामनाएं देते हुए उनके सुखद भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा की यह बल सदस्यों के कर्तव्य निष्ठा, ईमानदारी व त्याग का परिणाम है कि आज सीआईएसएफ न केवल देश के सरकारी व निजी क्षेत्र के संस्थानों को सफलतम सुरक्षा मुहैया करवा रही बल्कि विदेशों में भी अपनी सेवाएं प्रदान कर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाकर देश का नाम ऊंचा कर रही है।

वही कार्यक्रम को संबोधित करते सीआईएसएफ के कमांडेड ने कहा कि केंद्रीयऔद्योगिक सुरक्षा बल की स्थापना को चिन्हित करने के लिए प्रतिवर्ष सीआईएसएफ स्थापना दिवस मनाया जाता है। यह भारत का प्रमुख रक्षा संगठन है। इसकी स्थापना भारतीय संसद द्वारा की गई थी। 10 मार्च 1969 में भारतीय संसद द्वारा एक सीआईएसएफ अधिनियम के माध्यम से इस की स्थापना की गई थी। इस अधिनियम के तहत इसकी स्थापना केवल तीन बटालियन के साथ की गई थी। लेकिन 15 जून 1983 में सीआईएसएफ को संसद में एक अधिनियम के माध्यम से सशस्त्र बल बनाया गया ताकि ये बेहतर रूप से अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए भारत को सुरक्षा प्रदान कर सके।

सीआईएसएफ छह अर्धसैनिक बलों में से एक है। सीआईएसएफ को भारत की महत्वपूर्ण सरकारी और औद्योगिक भवनों को सुरक्षा प्रदान करने का कार्य दिया गया है।सीआईएसएफ भारत का एक केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल है और राष्ट्र स्तर पर ये छह अर्धसैनिकल बलों में से एक माना जाता है। सीआईएसएफ केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन कार्य करता है। इसका मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करना है और इसके लिए लगातार कार्य करते रहना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *