औरंगाबाद :लेटरपैड चिपकाकर माओवादियों ने दिया जिले के सांसद सुशील सिंह और जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष रणविजय शर्मा को धमकी, एसपी ने दिया जांच का आदेश,यदि हमारी जान ले लेने से नहर आ जाती है तो मैं अपना प्रांण हथेली पर लेकर चलता हूं- सांसद
गौतम उपाध्याय
चिपकाएं गये पर्चे में भाजपा सांसद सुशील कुमार सिंह एवं जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक को धमकी दिया गया है।
भाजपा सांसद के विषय में यह लिखा गया है कि यदि अपने संसदीय क्षेत्र में जब तक नहर नहीं लाएंगे तब तक आपने क्षेत्र में घूमने से प्रतिबंधित किया जाता है। साथ ही बात नहीं मानने पर माओवादी का विरोध झेलना पड़ेगा।
इस विषय में सांसद सुशील कुमार सिंह ने कहा कि यदि हमारी जान ले लेने से नहर आ जाती है तो मैं अपना प्रांण हथेली पर लेकर चलता हूं।
हमारा जीवन जनता के लिए समर्पित है।
नोट :पोस्टर की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल है
वहीं जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक गोह डॉ रणविजय कुमार को गोह स्थित पार्टी कार्यालय सहित उड़ानें की धमकी दी गई है।इस विषय में पूर्व विधायक ने बताया कि पर्चा साटने वाले लोग माओवादी के विचारधारा से भटके हुए लोग हैं।माओ ने भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने की बात कभी नहीं की थी और न ही अनैतिक रूप से पैसा उगाही करने की बात कही थी। सरकार के विकास कार्य केन्द्रीय रिजर्व पुलिस,एस.टी.एफ और कोबरा के प्रहार से एम.सी.सी अंतिम सांस गीन रही है।अपनी दुकान चलाने के लिए स्थानीय गुंडों के साथ मिलकर ये साजिश किया जाता है। मुझे इनका चुनौती स्वीकार हैं,और इनके हर चुनौती का जबाव देने के लिए मैं चौबीसों घंटा तैयार हूं। न उनका बल बढ़ा है और न ही मेरी शाक्ति छिन्न हुई है।
इस बाबत पूछे जाने पर गोह थानाध्यक्ष कमलेश पासवान ने बताया कि पर्चा चिपकाएं जाने की सुचना स्थानीय लोगों द्वारा दि गई थी लेकिन जब पुलिस पहुंची तो वहां पोस्टर नहीं थें।
बताते चले की जिले में ऐसा पहली बार है जब माओवादियों ने लेटर पैड के माध्यम से धमकी दी है ।अबतक लेटर पैड का उपयोग माओवादी पर्सनली धमकी देने के लिए करते थे ,जबकि माओवादी सार्वजनिक रूप से धमकी देने के लिए पोस्टर या बैनर का इस्तेमाल करते थे । यही नहीं इस बार जो लेटरपैड चिपकाया गया है उसमे लेटर का पत्रांक और दिनांक भी मेंशन किया गया है । जानकारों के अनुसार यह धमकी भरा लेटर माओवादियों का नही होकर असमाजिक तत्वों का भी हो सकता है जो जांच का विषय है ।हालांकि अभी तक यह पुष्टि नहीं हुई है कि यह माओवादियों की करतूत है या असमाजिक तत्वों की ।
वहीं औरंगाबाद पुलिस की ओर से कहा गया है कि आज दिनांक 08.02.23 की संध्या में यह सूचना प्राप्त हुई कि औरंगाबाद के दो माननीय जनप्रतिनिधियों को पर्चा के माध्यम से धमकी दिया गया है। इस मामले को पुलिस अधीक्षक औरंगाबाद द्वारा काफी गंभीरता से लेते हुए तुरंत अपर पुलिस अधीक्षक अभियान, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दाउदनगर तथा बन्या थाना के पुलिस पदाधिकारियों को सत्यापन कर आवश्यक कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया। बंदेया थाना द्वारा संबंधित स्थल पर तुरंत पहुंच कर जांच प्रारंभ किया। इस संबंध में पुलिस द्वारा आसूचना संकलन कर अग्रतर विधिसम्मत कार्यवाही किया जा रहा है।