गया :भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की जंयती गया महानगर कार्यलय में मनाई गई,राजनैतिक के साथ साथ वे कवि, पत्रकार एवं प्रखर वक्ता थे-डा प्रेम कुमार

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धीरज गुप्ता

Magadh Express:-भूतपूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न से सम्मानित अटल बिहारी वाजपेई जी का 98वी जयंती भाजपा गया महानगर के कार्यालय में सर्वप्रथम उनके चित्र पर पुष्प चढ़ाकर श्रद्धा सुमन अर्पित की गई है। इस अवसर पर सरकार के पूर्व मंत्री सह गया शहर विधायक डॉ प्रेम कुमार जी ने उनकी जीवनी पर विस्तृत रूप से चर्चा करते हुए कहा की वाजपेयी जी सादगी के प्रतिक थे। वे राजनैतिक के साथ साथ वे कवि, पत्रकार एवं प्रखर वक्ता थे। वे भारतीय जन संघ के भी अध्यक्ष के साथ साथ भारतीय जनता पार्टी के भी राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में रह चुके हैं। वे भारत के तीन बार प्रधानमंत्री भी रह चुके हैं।

अपने प्रधानमंत्री काल में 11 मई और 13 मई 1998 को राजस्थान के पोखरण में द्वितीये परमाणु परिक्षण कर अमेरिका जैसे देश को जानकारी तक नहीं होने दिया, एवं भारत को निर्विवाद रूप से विश्व के मान चित्र पर सुदृढ़ वैश्विक शक्ति के रूप में स्थापित कर दिया है। कुछ देशों के द्वारा परमाणु परिक्षण किए जाने पर अनेक प्रतिबन्ध लगा दिए गए लेकिन वाजपेयी जी ने अपना दृढ़ संकल्प लेते हुए भारत को आर्थिक विकास की उचाईयों पर पहुंचाया, साथ ही साथ वाजपेयी जी को कई पुरुस्कारों से अलंकृत किया गया है, जिसमे पद्म विभूषण, श्रेष्ठ सांसद का पुरुस्कार,पंडित गोविन्द पंत पुरुस्कार एवं 2015 में भारत के सर्वोच्च नागरिक का पुरस्कार भारत रत्न के साथ साथ2015 में बंगलादेश सरकार के द्वारा फ्रेंड्स ऑफ़ बांग्लादेश लिबरेशन बार अवार्ड सहित अन्य पुरस्कारों से सम्मानित हो चुके हैं ।

इस अवसर पर जिला जिला उपाध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद अधिवक्ता के द्वारा वाजपेयी जी के अपने प्रधानमंत्री काल में स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना के अंतर्गत पुरे देश के चारो कोनों को सड़क मार्ग से जोड़ने के लिए शुरुआत की गई। अटल जी के शासन काल में जितनी भी सड़को का निर्माण हुआ वो भारत के लिए मिसाल है। आज के 98वी जयंती शुभ अवसर पर प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रूपेश वर्मा,अशोक सिंह,दीपक चंद्रवंशी, प्रेम सागर,ऋषि लोहानी,निकिता रजक,रमेश गुप्ता,एस राजेश आनंद,दीपक पांडेय,लाला पंडा, सरयू रजक,मनोज कुमार,दीनानाथ प्रसाद विधि प्रकोष्ट के सह संयोजक एस राजेश आनंद सहित दर्ज़नो लोग उपस्थित हुए हैं। जयंती के पूर्व भारत के ओजस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का मन की बात इसी बूथ पर सुना गया है

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