औरंगाबाद :विकास के रास्ते मे कांटे की तरह थे नक्सली,अब लोग सकारात्मक सोंच के साथ अपने जीवन स्तर को सुधारने मे लगे हैँ,नक्सलमुक्त हो चुका है मदनपुर – विनीत कुमार
Sanjiv kumar
उक्त बातें सीआरपीएफ 47 बटालियन के द्वितीय कमान अधिकारी विनीत कुमार ने लंगूराही और जुड़ाही मे नागरिक सहायता कार्यक्रम के दौरान कही।बताते चलें कि, 47 बटालियन के कमांडेंट जिआऊ सिंह के निर्देश पर लंगूराही स्थित सीआरपीएफ कैंप और जुड़ाही सरकारी विद्यालय मे सिविक एक्शन कार्यक्रम आयोजन किया गया था।जिसमे लंगूराही,पचरुखिया,तरी, अम्बावार,छालीदोहर,कोइलवां, जुड़ाही,धोबीबाग,पिछुलिया, बादम,चिलमी आदि सहित दर्जनों ग्रामीणों के बिच रेडियो का वितरण किया गया।इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीणों के बिच सूचना तंत्र को मजबूत करते हुए समाचार,मनोरंजन आदि की व्यवस्था कर पुलिस और पब्लिक के बिच आपसी समन्वय को बढ़ाना था।
कार्यक्रम के दौरान द्वितीय कमान अधिकारी विनीत कुमार ने कहा कि, गरीबी और अशिक्षा की वजह से कुछ नवयुवक दिग्भ्रमित होकर मुख्यधारा से अलग हो चुके थे।सीआरपीएफ की यह कोशिश होती है कि, सुरक्षा का जिम्मा संभालते हुए सरकार के जन कल्याणकारी योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाए।ताकि लोग योजनाओं का लाभ लेकर अपना,अपने परिवार और समाज को सकारात्मक दिशा मे ले जाएँ और समृद्ध और सुदृढ़ कर सकें।नागरिक सहायता कार्यक्रम का आयोजन प्रति वर्ष किया जाता है जिसके तहत जरूरतमंद ग्रामीणों के बिच कंबल,रेडियो,खेल सामग्री, मच्छरदानी आदि सहित अनेक चीजों का वितरण किया जाता है।साथ ही युवाओं को आत्मनिर्भर व रोजगारपरक बनाने के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि,उनकी यह कोशिश है कि,पुलिस और पब्लिक के बिच आपसी सम्बन्ध को मजबूती प्रदान करने के लिए हर सम्भव कोशिश की जा रही है।लंगूराही जैसे सुदूरवर्ती जंगली क्षेत्रों मे बिजली की व्यवस्था,सड़क,पानी तमाम जरूरत की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है।इस क्षेत्र मे बच्चों के अंदर बहुत प्रतिभा छिपी हुई है।इन्हे बुनियादी सुविधाएं देकर इन्हे निखारने का काम सीआरपीएफ कर रही है।आने वाले दिन मे यह क्षेत्र अपने संचित संसाधनों का समुचित उपयोग कर अपने जीवन स्तर को सुधार सकते हैँ।इस दौरान डिप्टी कमांडेंट ए के झा,सहायक कमांडेंट अरबिंद कुमार,इंस्पेक्टर उमेश पासवान,उमेश रजक,दक्षिणी उमगा पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि शिवकुमार साव आदि सहित सीआरपीएफ के जवान और ग्रामीण मौजूद रहे।