औरंगाबाद :भीषण गर्मी और तेज धुप, चेता बिगहा महायज्ञ में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ ,भक्तिमय हुआ ग्रामीण इलाका ,परब्रह्म का स्वरूप है यज्ञ -कथावाचक

मगध एक्सप्रेस :- औरंगाबाद जिले के देव पाखंड स्थित ग्राम चेता बिगहा में श्री श्री हनुमत महायज्ञ एवं शिव शक्ति सह श्री हनुमत प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ में महिला एवं पुरुष श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। तेज धुप और भीषण गर्मी में भी लगातार यज्ञ में पहुँचने वालो की होड़ लगी हुई है। 6 मई को जलयात्रा के साथ इस महायज्ञ की शुरुआत की गई और आज 12 मई को यज्ञ की पूर्णाहुति होना है।

यज्ञ समिति के अध्यक्ष गजेंद्र सिंह ,सचिव राहुल सिंह ,कोषाध्यक्ष दिलीप सिंह ने बताया कि यह महायज्ञ ,श्री श्री 108 गौतम प्रियदर्शी जी महाराज की देखरेख में संपन्न हो रहा है। वहीँ श्री जगद्गुरु स्वामी रामानुजाचार्य के शिष्य लक्ष्मणाचार्य जी की देखरेख में भागवत कथा का प्रवचन भी हो रहा है। यज्ञ समिति द्वारा भव्य झांकी तथा भक्ति जागरण के माध्यम से भी पुरे वातावरण को भक्तिमय बना रहा है। वहीँ यज्ञ समिति द्वारा बच्चो के मनोरंजन हेतु झूला ,खेल तमासा का आयोजन भी किया गया है।

महायज्ञ के बारे में जानकारी देते हुए वक्ताओं ने बताया कि भगवद्गीता के अनुसार परमात्मा के निमित्त किया कोई भी कार्य यज्ञ कहा जाता है। परमात्मा के निमित्त किये कार्य से संस्कार पैदा नहीं होते न कर्म बंधन होता है। भगवदगीता के चौथे अध्याय में भगवान श्री कृष्ण द्वारा अर्जुन को उपदेश देते हुए विस्तार पूर्वक विभिन्न प्रकार के यज्ञों को बताया गया है।श्री भगवन कहते हैं, अर्पण ही ब्रह्म है, हवि ब्रह्म है, अग्नि ब्रह्म है, आहुति ब्रह्म है, कर्म रूपी समाधि भी ब्रह्म है और जिसे प्राप्त किया जाना है वह भी ब्रह्म ही है। यज्ञ परब्रह्म स्वरूप माना गया है। इस सृष्टि से हमें जो भी प्राप्त है, जिसे अर्पण किया जा रहा है, जिसके द्वारा हो रहा है, वह सब ब्रह्म स्वरूप है अर्थात सृष्टि का कण कण, प्रत्येक क्रिया में जो ब्रह्म भाव रखता है वह ब्रह्म को ही पाता है अर्थात ब्रह्म स्वरूप हो जाता है। कर्म योगी देव यज्ञ का अनुष्ठान करते हैं तथा अन्य ज्ञान योगी ब्रह्म अग्नि में यज्ञ द्वारा यज्ञ का हवन करते हैं। देव पूजन उसे कहते हैं जिसमें योग द्वारा अधिदैव अर्थात जीवात्मा को जानने का प्रयास किया जाता है। कई योगी ब्रह्म अग्नि में आत्मा को आत्मा में हवन करते हैं अर्थात अधियज्ञ (परमात्मा) का पूजन करते हैं।

इस मौके पर त्रिपुरारी सिंह ,सरयू सिंह ,जितेंद्र सिंह ,कृष्णा सिंह ,रामाश्रय सिंह ,दिलीप विश्वकर्मा ,बिट्टू सिंह ,सोनू सिंह ,चुन्नू सिंह ,मुन्नू सिंह ,पवन सिंह ,राधे सिंह ,धर्मेंद्र सिंह ,देव प्रसाद विश्वकर्मा ,भोला सिंह ,सतीश सिंह ,विनय सिंह ,राजू सिंह सहित अन्य उपस्थित रहे।