औरंगाबाद:सच्चिदानंद सिन्हा महाविद्यालय में विभिन्न प्रकार के स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के कई विषयों में नामांकन पर रोक को लेकर सांसद ने राज्यपाल और सीएम को लिखा पत्र
औरंगाबाद सांसद सुशील कुमार सिंह ने व्यावसायिक स्नातक पाठ्यक्रम सत्र 2022- 25 एवं सत्र 2022- 26 पर मगध विश्वविद्यालय बोधगया के द्वारा नामांकन पर लगे रोक के संबंध में बिहार के महामहिम राज्यपाल और मुख्यमंत्री नीतिश कुमार को पत्र के माध्यम से ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि मगध विश्वविद्यालय’ बोधगया (बिहार) के अंगी भूत इकाई सच्चिदानंद सिन्हा महाविद्यालय में विभिन्न प्रकार के स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम यथा MBA, BBM, MCA, BCA, BASPSM, B.LIS., BIO.TECH. B.SC.IT. B. PHARM इत्यादि की पढ़ाई कुछ पाठ्यक्रम 20 वर्षों से एवं कुछ 12 वर्षों से नियमित संचालित हैं।परंतु मगध विश्वविद्यालय बोधगया के द्वारा यह कहते हुए नामांकन पर रोक लगा दी गई हैं कि व्यावसायिक पाठ्यक्रम का सीट का निर्धारण राज्य सरकार से कराया जाए जब तक राज्य सरकार से सीट का निर्धारण नहीं होता है तब तक नामांकन पर रोक रहेगी इस पर अविलंब हस्तक्षेप करते हुए सीट निर्धारण की प्रक्रिया को तीव्र गति कराने की आवश्यकता है।
इस संदर्भ में कहना है कि 1944 में स्थापित सच्चिदानंद सिन्हा महाविद्यालय हमारे संसदीय क्षेत्र औरंगाबाद बिहार का नामचीन संस्थान के साथ साथ लब्ध प्रतिष्ठित महाविद्यालय है जिसमें नामांकन प्राप्त करने हेतु ग्रामीण परिवेश में स्थित होकर भी छात्र-छात्राओं की प्रथम पसंद रहता है।अतः उक्त सत्र में स्वीकृति ना मिलने से आर्थिक रूप से कमजोर छात्र छात्राओं की प्रतिभा कुंठित हो रही है। समय पर निर्णय न लिए जाने पर हमारे संसदीय क्षेत्र के हजारों प्रतिभावान छात्र छात्राएं रोजगार परक शिक्षा प्राप्त करने से वंचित हो जाएंगे क्योंकि सत्र जुलाई 2022 से प्रारंभ हो चुका है जिसमें लगभग 2 महीना पूरा होने को है इस पाठ्यक्रम को पढ़ने वाले इच्छुक छात्र छात्राओं के लिए 100 किलोमीटर के अंदर विकल्प के रूप में और कोई महाविद्यालय नहीं है।अतः उपरोक्त तथ्यों के आलोक में यथाशीघ्र पाठ्यक्रम चालु कराने की कृपा कि जाए।