औरंगाबाद :नगर पंचायत देव के कई योजनाओ में बड़े पैमाने पर भ्रस्टाचार का आरोप , उपाध्यक्ष ने जिलाधिकारी से मिलकर जांच और कार्यवाई का किया मांग ,पढ़ें खबर
मगध एक्सप्रेस :- औरंगाबाद जिले के ऐतिहासिक सूर्य नगरी देव स्थित ,देव नगर पंचायत के गठन के बाद इन दिनों देव नगर पंचायत की चर्चा खूब हो रही है। हो भी क्यों नहीं मामला भ्रस्टाचार से जुड़ा हुआ है। देव नगर पंचायत के उपाध्यक्ष गोलू गुप्ता ने औरंगाबाद जिलाधिकारी से मिलकर एक ज्ञापन सौपकर देव नगर पंचायत के कई योजनाओ में भ्रस्टाचार का आरोप लगाते हुए वरीय स्तर से जांच कराने की मांग की है। उपाध्यक्ष गोलू गुप्ता ने अपने कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर इसकी जानकारी मिडिया को दी है।
उपाध्यक्ष गोलू गुप्ता ने कहा है कि नगर पंचयात देव में 14 जनवरी 2023 से शपथ ग्रहण से लेकर अबतक 3 करोड कि राशि नगर पंचयात देव को मिली, परन्तु मुख्य पार्षद और दोनो जेई लवकुश सिंह और संतोष सिंह के मिली भगत और कार्यपालक पदाधिकारी के प्रभार के बाद गलत तरिके से पैसे कि निकाशी कि गई, और अबतक देव नगर पंचयात में लगभग 2 करोड़ 58 लाख कि राशि निकाली गई परन्तु धरातल पर देव कि जनता को 1 करोड का भी काम दिख नहीं रहा, और 1 साल बित जाने के बाद भी अबतक किसी योजना में शिलापट नही किया गया है और ना ही योजना कि प्राक्लित राशि लिखी गई है।मैनें जब नाजिर जी से 1 साल का सारे योजनाओं कि जानकारी लेनि चाही तो 3 दिन तक दौडाने के बाद यह कह दिया जाता है कि चेयरमैन साहब और र्कायपालक सर मना कर दिये है किसी भी प्रकार कि जानकारी देने के लिए। उपमुख्य पार्षद के साथ ऐसा र्दुव्यवहार किया जाता है और जब हम कार्यपालक सर को फोन करते है कभी हमारा फोन भी नही उठाते है।
मुख्य पार्षद और जेई लवकुश सिंह और संतोष सिंह के द्वारा योजनाओं में किए गए पैसों कि निकाशी भ्रष्टाचार तरिके से कि गई है। जिसके कुछ बिन्दु निम्न प्रकार है।
- 6/4 का दो सेल्फी प्वाईंट में निकाली गई राशि 5,71000, रू इसके बाद भी यह लाइट कभी नही जल रही है जिसका बाजार कि किमत 120000 रू है।
- कार्यालय भवन में 4 AC 1 कुलर और कार्यालय रिपयेरिंग में निकाली गई राशि 14 लाख 74 हजार 900 रु
- 450 Sq ft रैन बसेरा टेन्ट में 97 हजार कि राशि निकालि गई।
- 30 वाट का 300 पीस स्ट्रीट लाइट में 8 लाख 20000 हजार रूपये निकाली गई जिसकी बाजारी किमत लगभग 300000 होति है।
- फॉगिंग के नाम पर 2 लाख 58 हजार रूपया कि निकाशी हुई।
- 50 पीस डस्टबिन में 3 लाख 81 हजार कि निकाशी कि गई जिसकी बाजारी किमत लगभग 135000 रूपये होति है।
इस तरह योजनाओं में पैसे कि निकासी कर मुख्य पार्षद और दोनो जेई लवकुश सिंह और संतोष सिंह के द्वारा आपस में बंदरबाट किया गया और देव कि जनता कि पैसो का भ्रष्टाचार तरिके से गलत उपयोग किया गया। वैसे दोषियों कि जाँच कर उचित कार्यवाही की जाने की कृपा करें।उपाध्यक्ष गोलू गुप्ता ने कहा कि जिलाधिकारी के साथ मंत्री नगर विकास एवं आवास विभाग ,अनुमंडल पदाधिकारी औरंगाबाद ,तथा कार्यपालक पदाधिकारी औरंगाबाद को भी योजनाओ में जांच को लेकर पत्र दिया गया है। गोलू ने कहा कि जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया है कि मामले की जांच कराई जायेगी। वहीँ इस पुरे मामले पर नगर अध्यक्ष पिंटू कुमार शाहिल ने भ्रस्टाचार की आरोप को बेबुनियाद बताया है तथा जांच का समर्थन भी किया है।