औरंगाबाद :प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP- 1&2) एवं प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना (PMFME) के लाभुकों के लिए ऋण स्वीकृति एवं भुगतान शिविर का आयोजन,लाभुकों को मिला चेक
मगध एक्सप्रेस :-औरंगाबाद जिला प्रशासन एवं उद्योग विभाग के संयुक्त तत्वाधान में उद्योग विभाग द्वारा संचालित योजनायें यथा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP- 1&2) एवं प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना (PMFME) के लाभुकों के लिए ऋण स्वीकृति एवं भुगतान शिविर का आयोजन योजना भवन सभाकक्ष, समाहरणालय परिसर, औरंगाबाद में पूर्वाह्न 11.00 बजे से किया गया। शिविर का उद्घाटन उप सचिव, उद्योग विभाग, बिहार, पटना द्वारा दीप प्रज्जवलित करके किया गया। कार्यक्रम में महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र, मो० अफ्फान, अग्रणी जिला प्रबंधक श्री उपेन्द्र चतुर्वेदी, बैंकों के वरीय पदाधिकारी एवं जिला समन्वयक, उद्योग विभाग के पदाधिकारी तथा कर्मी, जिला संसाधन सेवी के साथ बड़ी संख्या में लाभुक भाग लिये।
शिविर में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) के तहत कुल 14 (चौदह) लाभुकों को 1,07,20,000.00/- (एक करोड़ सात लाख बीस हजार रूपये) मात्र का ऋण स्वीकृति पत्र एवं कुल 10 लाभुकों को 44,16,500.00/- (चौवालीस लाख सोलह हजार पांच सौ रूपये) का ऋण वितरण किया गया। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना (PMFME) के तहत कुल 09 लाभुकों को 46,81,600. ००/- (छियालीस लाख एकासी हजार छः सौ रूपये) ऋण स्वीकृति पत्र एवं कुल 07 लभुकों को 25,17,000. /- (पच्चीस लाख सतरह हजार रूपये) का ऋण वितरण किया गया। सभी बैंक अधिकारी द्वारा अश्वासन दिया गया कि उक्त दोनों योजनाओं में शतप्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति 14.03.2024 तक कर ली जायेगी। महाप्रबंधक द्वारा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) योजना में लक्ष्य का 95 प्रतिशत की स्वीकृति एवं प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना (PMFME) में लक्ष्य का 90 प्रतिशत स्वीकृति करने के लिए बैंक अधिकारियों को धन्यवाद दिया गया तथा सभी स्वीकृति ऋण आवेदनों को भुगतान करने हेतु आग्रह किया गया।
अग्रणी जिला प्रबंधक द्वारा लाभुकों से अपील किया गया कि ऋण राशि का सदोपयोग कर अपना उद्यम स्थपित करें और समय पर ऋण चुकाएं। उप सचिव द्वारा कहा गया कि इन दोनों योजनाओं के सफल कार्यान्वयन से न सिर्फ रोजगार सृजन होता है बल्कि राज्य और देश का आर्थिक विकास भी होता है। शिविर में लाभुकों ने भी अपने अनुभव बताये और संकल्प लिए कि वे अपना उद्यम सफलता पूर्वक चलायेगें और समय पर ऋण की किस्त चुकायेगें।अंत में महाप्रबंधक द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ शिविर का समापन किया गया।