औरंगाबाद :BJP MLC दिलीप सिंह एक और वीडियो आया सामने ,खड़े होकर बात करते रहे MLC बैठी रही महिला चिकित्सक ,भाजपा जिलाध्यक्ष ने लगाईं फटकार ,देखें वीडियो
मगध एक्सप्रेस ;- विकसित भारत संकल्प यात्रा के जरिये भारत की सभी ग्राम पंचायत, नगर पंचायत और शहरी स्थानीय निकायों को कवर किया जाना है, विकसित भारत संकल्प यात्रा के चार उद्देश्य हैं. पहला- उन वंचित लोगों तक पहुंचना जो विभिन्न योजनाओं के तहत पात्र हैं लेकिन अभी तक लाभ नहीं उठाया है. दूसरा- योजनाओं के बारे में जानकारी का प्रसार और जागरूकता पैदा करना. तीसरा- सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों के साथ उनकी व्यक्तिगत कहानियों और अनुभव साझा करने के माध्यम से बातचीत और चौथा- यात्रा के दौरान पता लगाए गए विवरण के माध्यम से संभावित लाभार्थियों का नामांकन करना है। यह अभियान भारत सरकार, राज्य सरकारों, केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों की सक्रिय भागीदारी के साथ संपूर्ण सरकारी दृष्टिकोण अपनाकर चलाया जा रहा है.केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत जागरूकता रथ औरंगाबाद जिले के कई प्रखंडों में पंचायत स्तर पर घूमघूमकर ग्रामीणों के बिच केंद्र प्रायोजित योजनाओ की जानकारी ग्रामीणों को पहुंचा रहा है।लेकिन इस कार्यक्रमों में जिला प्रशासन की अपेक्षित सहयोग नहीं मिलने से यह कार्यक्रम औरंगाबाद जिले में दम तोड़ता दिखाई दे रहा है।
औरंगाबाद जिले के देव प्रखंड स्थित पश्चिमी केताकी पंचायत के महंथ पंचानन उच्च विद्यालय के खेल मैदान में आयोजित भरता संकल्प यात्रा के दौरान एक और मामला सामने आया है। तय समय के अनुसार जागरूकता रथ खेल मैदान में पहुंचा ,जहाँ सैकड़ो की संख्या में महिला पुरुष ग्रामीण उपस्थित थे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि औरंगाबाद के भाजपा विधान पार्षद दिलीप सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष मुकेश शर्मा , भाजपा जिला कोषाध्यक्ष आलोक कुमार सिंह सहित कई लोग पहुंचे जहाँ मुखिया धीरेन्द्र रंजन ने सभी का स्वागत किया। कार्यक्रम के दौरान सैकड़ो की संख्या में महिलाओ ने राशन कार्ड नहीं बनने ,राशन कार्ड से अन्न नहीं मिलने की शिकायत की। शिकायत के बाद जब मौके पर अधिकारी तथा विभागीय कर्मियों की खोजबीन शुरू हुई तो सभी विभागों के कर्मी गायब पाए गए।
वहीँ इस कार्यक्रम में चिकित्सा विभाग का स्टॉल लगा हुआ था , जहाँ केताकी स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित एक महिला चिकित्सक अपने कुछ चिकित्सा कर्मियों के साथ कुर्सी पर बैठी नजर आई। एमएलसी ने ग्रामीणों को कहा कि स्वास्थ्य सम्बंधित यदि कोई शिकायत है तो यहाँ चिकित्स्कों का टीम मौजूद है जांच करालें। जहाँ ग्रामीण आक्रोशित हो गए और ग्रामीणों ने कहा कि महिला चिकित्सिका केताकी स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित है तो ये यहाँ ड्यूटी के दौरान नहीं आती है।
ग्रामीणों का कहना था कि महिला चिकित्सिका सप्ताह के एक या दो दिन ही केंद्र में आती है ,जिसके कारण पूर्वी केताकी ,पश्चिमी केताकी ,एरौरा पंचायत ,कुल तीन पंचायतो के दर्जनों गाँव के लोगो को किसी भी तरह का स्वास्थ सुविधा नहीं मिलता है क्योकि यहाँ चिकित्सक आते ही नहीं है ,जिसके कारण ग्रामीणों को निजी अस्पतालों में मोटी रकम देकर इलाज कराना पड़ता है या बेहतर इलाज के लिए देव या औरंगाबाद जाना पड़ता है।
बताते चलें कि विधान पार्षद दिलीप कुमार सिंह सरल, सौम्य एवं सहज स्वभाव के धनी, व्यक्तित्व वाले इंसान है।ग्रामीणों की शिकाय सुनकर चिकित्स्कीय टीम के पास पहुंचे और ग्रामीणों की शिकायत पर जब महिला चिकित्सक से सवाल पूछा तो महिला चिकित्सक ने खड़ा होना भी मुनासिब नहीं समझा और वहां ग्रामीणों से ही लड़ने झगड़ने लगी। एमएलसी ने कहा कि आज आपको यहाँ जांच के मशीन वगैरह उपस्थित रहना था लेकिन यहाँ कोई जांच वगैरह करने की मशीन नहीं है ,जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मौजूद एक व्यवस्थापक ने गलती के लिए माफ़ी मांगी। महिला चिकित्सक जब अपने सामने खड़े एमएलसी के सामने ही ग्रामीणों से तू तु मै मै करने लगी ,जिसके बाद भाजपा जिलाध्यक्ष मुकेश शर्मा ने कहा कि सुनिए ,सुनिए ,एक जन प्रतिनिधि खड़ा है ,इतना चिल्लाने के लिए आप लोगो को अकील है लेकिन जन प्रतिनिधि खड़ा है और आपलोग बैठ कर भाषण दे रहे है इतना आपलोग को बुझा रहा है। इतना लड़ने के लिए आपलोग को जरुरी है। जिसके बाद माहौल शांत हो गया और महिला चिकित्सक ने पुनः खड़ी होकर बातचीत की। इस दौरान वहां मौजूद भाजपा नेता आलोक कुमार सिंह ने कहा कि जहाँ के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ही विगत 15 वर्षो से एक ही जगह पदस्थापित है वहां के चिकित्सको का क्या हाल होगा इससे समझा जा सकता है। वहीँ भाजपा जिलाध्यक्ष मुकेश शर्मा ने कहा कि ग्रामीणों की शिकायत को गंभीरता से लिया जाएगा और केताकी में स्वास्थ्य सुविधा में सुधार हो इसको लेकर वरीय स्तर के पदाधिकारियों को अवगत कराया जाएगा।