औरंगाबाद :मध्य विद्यालय सलैया में विद्यालय के बच्चों एवं रसोइया को दी गई फोर्टीफाइड चावल के गुणों की जानकारी,एनीमिया से लड़ने में है मददगार
मगध एक्सप्रेस :-औरंगाबाद जिले के मदनपुर प्रखंड स्थित मध्य विद्यालय सलैया में विश्व खाद्य कार्यक्रम तथा केंद्र एवं राज्य सरकार के संयुक्त तत्वाधान में फोर्टीफाइड चावल को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता अभियान चलाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत बच्चों एवं रसोइया को वीडियो क्लिप के द्वारा फोर्टीफाइड चावल के गुणों तथा इससे होने वाले फायदे के बारे में विस्तार पूर्वक समझाया गया। साथ ही इसके निर्माण की पद्धति को भी बताया गया ताकि कही कोई संदेह या भ्रम न रहे। इसके बाद बच्चों के बीच पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमे कक्षा छः से आठ के 18 छात्र छात्राओं ने भाग लिया। पेंटिंग प्रतियोगिता में भाग लिए सभी प्रतिभागियों ने फोर्टीफाइड चावल आधारित पोस्टर बनाए, जिसे सामूहिक रूप से सराहा गया। तत्पश्चात कक्षा 6 से 8 के बच्चों द्वारा रैली निकाली गई, जिसका नेतृत्व नोडल शिक्षिका प्रतिभा कुमारी ने किया। रैली में बच्चों ने ” फोर्टीफाइड चावल खायेंगे एनीमिया रोग भगाएंगे, हम सब का है एक ही नारा एनीमिया मुक्त हो देश हमारा, फोर्टीफाइड चावल ही खाना बिना माड़ पसाए ही बनाना, आदि सलोगन नारे लगाए।
वर्ल्ड फूड प्रोग्राम तथा ए के क्रिएशन के पदाधिकारी मोहम्मद आफताब एवं मोहम्मद शाहनवाज ने बताया की फोर्टीफाइड चावल पोषक तत्वों का खजाना है, जिसमे कई सारे रोगों से लड़ने की क्षमता है। खास कर एनीमिया तथा अन्य अभावजन्य बीमारियों के लिए रामबाण है। सरकार द्वारा विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों तथा जनवितरण प्रणाली के माध्यम से वितरित किए जाने वाले चावलों मे फोर्टीफाइड राइस को मिला कर भेजा जाता है। इसे बनाने के लिए चावल के ही आटे में जिंक, आयरन, विटामिन बी 12, फोलिक एसिड, विटामिन ए तथा बी जैसे पोषक तत्वों को मिला कर चावल की शक्ल में तैयार की जाती है। और इसे वितरित किए जाने वाले चावल में सही अनुपात में मिला दिया जाता है। इसकी पहचान है कि यह चावल धोते समय पानी के ऊपर तैरने लगते हैं, जिसे फेकना नही चाहिए। साथ ही चावल बिना माड़ पसाए ही उपयोग में लाना चाहिए। क्योंकि माड़ के साथ सभी मिलाए गए पोषक तत्व निकल जाते हैं। फिर चावल खाने का कोई मतलब नहीं रह जाता है।
इस मौके पर प्रधानाध्यापक राजकुमार प्रसाद गुप्ता ने बताया की लोगो में जागरूकता की कमी से सरकार द्वारा चलाई जा रही इस महती योजना का सही लाभ लाभुकों को नही मिल रही है। सरकार चाहती है की सभी तबके के लोग निरोग रहें। इनमे किसी प्रकार के अभावजन्य रोग ना हो। इस कड़ी में फोर्टीफाइड चावल का चलन एक मील का पत्थर साबित होगा। जन जन में यह संदेश जाना चाहिए की चावल बनाते समय फोर्टीफाइड राइस को न फेके और ना ही माड़ पसाकर खाना बनाए।इस मौके पर ग्राम पंचायत सलैया के मुखिया मनोज कुमार चौधरी ने बताया की जनप्रतिनिधियों तथा समाजसेवियों की मदद से फोर्टीफाइड चावल के बारे में जन जन तक पहुंचाया जाएगा तथा सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ पंचायत के सभी लाभुकों को मिले और पंचायत रोग मुक्त रहें। इस अवसर पर वार्ड सचिव विश्वजीत कुमार गुप्ता, विद्यालय के शिक्षक बिनोद कुमार मिश्रा, संजय कुमार, शशिकांत कुमार, सोहन कुमार, दीपक कुमार, मुकेश कुमार, शिक्षिका प्रतिभा कुमारी, रेखा कुमारी, कृति कुमारी सहित विद्यालय के रसोइया , शिक्षा सेवक तथा अन्य लोग उपस्थित थे।