गया :पुण्यतिथि पर याद किये गए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ,पूर्व कृषि मंत्री ने दी श्रद्धांजलि
धीरज गुप्ता
मगध एक्सप्रेस :-गया विधानसभा नगर कार्यालय में आयोजित श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेई जी की पुण्यतिथि पर अपने संबोधन में बिहार भाजपा के वरीय नेता व पूर्व कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने अटल बिहारी बाजपेई जी की पुण्यतिथि पर उन्हें याद करते हुए विस्तार से बताया है।जनसंघ के संस्थापक सदस्य एवं अध्यक्ष,कवि,पत्रकार,भारत के तीन तीन बार पहले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री,10 बार लोकसभा,दो बार राज्यसभा के सांसद,13 दिन,13 महीने फिर 5 वर्षों तक 24 दलों और 3 देवियों ममता,बनर्जी,मायावती एवं जयललिता के साथ सरकार चलाने वाले,पद्म विभूषण,भारत रत्न,श्रद्धेय अटल बिहारी बाजपेई भाजपा के पहले अध्यक्ष,जिन्होंने अपने नाम का डंका पूरे विश्व में बजाया।इनका जन्म 25 दिसंबर 1924 को हुआ था।ये एक ओजस्वी वक्ता,बाकपटुता के धनी,सिद्ध हस्त राजनीतिक व हिंदी कवि व राजनेता थे।अग्नि दो मिसाइल और परमाणु परीक्षण के साहसिक परीक्षण के फैसला इन्होंने लिया था।सबसे लंबे समय तक संसदीय जीवन जवाहरलाल नेहरू एवं इंदिरा गांधी के बाद सबसे लंबा समय तक उस समय के लिए प्रधानमंत्री के रूप में इनका कार्यकाल था।अब कर्मयोगी मोदी का कार्यकाल हो गया।
पहले विदेश मंत्री जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ में हिंदी में भाषण देकर भारत को,हिंदू को,हिंदी को विश्व में गौरवान्वित किया।अटल प्रधानमंत्री के रूप में कार्यकाल कई कारणों से यादगार रहा है. 11 और 13 मई 1998 को बुद्ध पूर्णिमा के दिन पोखरण,राजस्थान में पांच भूमिगत परमाणु परीक्षण,विस्फोट कर भारत को परमाणु शक्ति संपन्न देश बनाया है।भारतीय सेना ने अद्यम साहस और शौर्य वीरता का परिचय देते हुए कारगिल युद्ध जीता था।पाक के परमाणु हमले के जवाब में वाजपेई ने कहा था हम भारत के एक हिस्से को खोने के लिए तैयार हैं लेकिन पाकिस्तान कल का सूरज नहीं देखेगा।स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना से भारत के चारों कोना को सड़क मार्ग से जोड़ने का सपना वाजपेई जी का था। दिल्ली_ कोलकाताचेन्नईमुंबई को इस योजना से सड़क मार्ग से जोड़ा गया है।शेरशाह सूरी के समय बने सड़कों के बराबर 5 वर्षों में ही बाजपेई ने सड़क बना डाली।प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना,अंतोदय योजना,अन्नपूर्णा योजना,बीपीएल योजना,वाजपेई जी के शासनकाल की देन है।इनकी ही सोच थी सभी नदियों को एक दूसरे से जोड़ी जाए।100 साल पुराना कावेरी जल विवाद का निपटारा बाजपेई जी ने कराया है।
सॉफ्टवेयर विकास के लिए सूचना एवं प्रौद्योगिकी कार्य दल, विद्युतीकरण में गति लाने के लिए केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग का गठन इन्होंने कराया है।राष्ट्रीय राजमार्गों एवं हवाई अड्डों का विकास,नई टेलिकॉम नीति बीएसएनएल की व्यवस्था,कोकन रेलवे की शुरुआत वाजपेई की देन है।वे कहते थे क्रांतिकारियों के साथ हमने न्याय नहीं किया। देशवासी महान क्रांतिकारियों को भूल रहे हैं। आजादी के बाद अहिंसा के अतिरेक के कारण यह सब हुआ।हमारी पार्टी के पितृ पुरुष,करोड़ों कार्यकर्ताओं के पथ प्रदर्शक,दिल के धड़कन,हमारे प्रेरणा स्रोत,पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न,श्रद्धेय अटल बिहारी बाजपेई की छठी पुण्यतिथि पर मेरी ओर से उन्हें अटल श्रद्धांजलि।अंत में चंद पंक्ति उनके नाम_हे भारत के भाल अटल तूने कर दिया कमाल।सागर से गहरा,आसमान से ऊंचा तेरा सोच,परमाणु परीक्षण कर भारत को बना दिया विशाल।कारगिल विजय दिलाई,स्वर्णिम चतुर्भुज योजना लाए,संयुक्त राष्ट्र संघ में हिंदी में गरजे अंतोदय से गरीब हुआ निहाल।हे भारत के भाल,अटल तूने कर दिय।आज के कार्यक्रम में उपस्थित लोगों में पंकज लोहानी,सरजू रजक,देवानंद पासवान, धीरज रौनीयार,नागेंद्र प्रसाद,दीपक चंद्रवंशी(वार्ड पार्षद),उपेंद्र कुमार(वार्ड पार्षद),डिंपल कुमार(वार्ड पार्षद),महेंद्र प्रसाद गुप्ता,अशोक गुप्ता,गौतम कुशवाहा,नरेश दास,प्रमोद कुमार, संकर लेहरी,रवि कुमार,बिसंभर गुप्ता,दीनानाथ प्रसाद सहित पार्टी के सैंकड़ों कार्यकर्ता एवं नेता उपस्थित हुए हैं।