बिहार: नरहैया गांव में शॉर्टसर्किट से लगी आग, 8 परिवारों के घर सहित लाखों की संपत्ति राख, फोन करने पर भी नहीं पहुंची दमकल गाड़ी
Magadh Express:बिहार के सुपौल के छातापुर मुख्यालय पंचायत के वार्ड 8 स्थित नरहैया गांव में शनिवार की शाम बिजली के शॉर्टसर्किट के कारण आग लगने से 8 परिवार के घर सहित लाखों की संपत्ति जलकर राख हो गए। आग की लपटें इतनी भयानक थी कि देखते ही देखते 8 घरों को जलाकर राख बना दिया।हालांकि घटना की जानकारी मिलने पर छातापुर थानाध्यक्ष अभिषेक अंजन, मुखिया के पति मकशुद मसन, पंचायत समिति सदस्य मो. नुरूद्दीन, मो. साबीर सहित कई जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचे।
पुलिस अधिकारी और जनप्रतिनिधियों के द्वारा अग्निशमन विभाग की भी कॉल की गई।लेकिन समय से दमकल की गाड़ी घटनास्थल पर नहीं पहुंची। लिहाजा ग्रामीणों के द्वारा पास में लगे बोरिंग वाले मोटर पंपसेट के जरिये बड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। बताया जा रहा है कि यदि दमकल की गाड़ी समय से पहुंचती तो इतनी बड़ी तबाही नहीं होती और कई परिवारों के घर को जलने से बचाया जा सकता था।आग पर काबू पाने के बाद अधिकारी व जनप्रतिनिधि के द्वारा नुकसान का जायजा लिया गया।
यह भी बताया जा रहा है कि कि दमकल की गाड़ी नहीं आने पर वहां मौजूद जनप्रतिनिधियों ने ग्रामीणों के सहयोग से आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू किया और दमकल के लिए छातापुर थाना को सूचना दी गई। परंतु चालक नहीं रहने के कारण दमकल मौके पर नहीं पहुंच पाई। जिसके बाद थानाध्यक्ष के द्वारा भीमपुर, जदिया सहित कई थाना को दमकल के लिए फोन किया गय था। इस घटना में 8 परिवारों के घर, नकदी, जेवरात, अनाज, वस्त्र, फर्नीचर, कागजी दस्तावेज सहित सभी घरेलु सामग्री जलकर राख हो गए।
लिहाजा अग्निशमन विभाग के अधिकारी व कर्मियों की लापरवाही पर भी बड़ा सवाल उठ रहा है। आखिर अगलगी जैसे आपातकालीन घटनाओं के रोकथाम को लेकर अग्निशमन विभाग इतना बड़ा लापरवाह क्यों?