औरंगाबाद: गर्मी के कारण जिले में हो रहे हीट वेव (लु),सुखाड़,पीने का पानी की कमी, लू एवं संभावित बाढ़ /सुखाड जैसे आपदा से निपटने के लिए जिलाधिकारी ने की बैठक ,विभागों को दिया निर्देश

मगध एक्सप्रेस :औरंगाबाद जिला पदाधिकारी, श्रीकांत शास्त्री की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागर में भीष्ण गर्मी/लू, अग्निकांड, संभावित बाद /सुखाड-2025 की तैयारीयों के निमित्त समीक्षा बैठक आयोजित की गई।बैठक में जिला पदाधिकारी द्वारा गर्मी के मौसम में संभावित आपदा से सुरक्षा हेतु विभागवार समीक्षा की। गर्मी के कारण जिले में हो रहे हीट वेव (लु),सुखाड़,पीने का पानी की कमी, लू एवं संभावित बाढ़ /सुखाड जैसे आपदा से निपटने के लिए सभी संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए।बैठक में जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि राज्य सरकार द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया के आलोक में सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करें, ताकि संभावित भीषण गर्मी एवं लू के कारण होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं एवं जन-हानि को रोका जा सके।
बैठक में जिला पदाधिकारी के द्वारा सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया कि जिले के सभी अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में ओआरएस घोल, दवाइयां, मरीज के लिए बेड, डॉक्टरों की प्रतिनियुक्ती, कुलर आदि का समुचित व्यवस्था किया जाए।
जिला पदाधिकारी के द्वारा यह भी बताया गया कि किसी भी परिस्थिति लू से ग्रसित मरीजों के इलाज में कोताही नहीं बरती जाए।जिला पदाधिकारी के द्वारा सभी नगर परिषद/ नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी से संबंधित वार्डो में पेयजल की समस्या की तैयारी किस प्रकार कर रहे हैं इसकी बिंदुवार जानकारी ली एवं वार्डो में पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था टैंकर, वाटर एटीएम एवं पेआउ के माध्यम से माध्यम से करने का निर्देश दिए।
कार्यपालक अभियंता पीएचईडी से चापाकल की मरम्मत की स्थिति, नल जल की मरम्मत की स्थिति, नए चापाकल अधिष्ठापन की स्थिति एवं कितना जगह चापाकल फेल हुआ है उसकी स्थिति का जायजा लिया गया।
जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि सभी खराब चापाकल को यथाशीघ्र मरम्मती करना सुनिश्चित करें।
इसकी अतिरिक्त निर्देश दिया गया कि जिन वार्डों में नल जल फंक्शनल नहीं है उसे यथाशीघ्र मरम्मति करायें।पशु एवं मत्स्य पदाधिकारी को पशुओं की दवा की पर्याप्त उपलब्धता एवं पशुओं के लिए पानी पीने की समुचित व्यवस्थाके बारे में पूछे एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिया गये।
इसके अतिरिक्त जिला पदाधिकारी द्वारा सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि पर किसी घर में आग लगी की घटना होती है तो उसे अविलंब मुआवजा भुगतान करें अगर किसी घर में सारा सामान जल गया हो तो उन परिवारों के लिए खाना-पीना का भी व्यवस्था करना सुनिश्चित करें।इस भीषण गर्मी में के कारण सुखाड़, पीने का पानी की समस्या, लू जैसे आपदा से निपटने के लिए अन्य विभाग के संबंधित पदाधिकारियों को भी आवश्यक निर्देश दिए गए।
उक्त बैठक में अपर समाहर्ता आपदा श्री उपेंद्र पंडित, बंदोबस्त पदाधिकारी श्री शैलेश कुमार सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार सिंह, सहायक आपदा प्रभारी सुश्री अंतरा कुमारी, निदेशक डीआरडीए श्री अनुपम कुमार, डीपीओ आईसीडीएस श्रीमती विनीता कुमारी, कार्यपालक अभियंता पीएचडी एवं विद्युत, एवं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी ,सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचल अधिकारी एवं जिला स्तरीय अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।