औरंगाबाद :बतकही के 28 वीं कड़ी में शिवमूर्ति की कहानी सीरी उपमा जोग पर वक्ताओं का वाचन संपन्न
मगध एक्सप्रेस :-औरंगाबाद जिला मुख्यालय में सिन्हा कॉलेज के अवकाश प्राप्त प्रोफेसर भूगोल विभाग के डॉ रामाधार सिंह के आवास पर साहित्यिक श्रृंखला बतकही की 28 वीं कड़ी आयोजन किया गया। बतकही कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ रामाधार सिंह ने किया जबकि संचालन आधुनिक हिंदी साहित्य के प्रख्यात कवि धनंजय जयपुरी ने किया। प्रसिद्ध कथाकार शिव मूर्ति की कहानी सीरी उपमा जोग का कथा वाचन किया गया।
जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन औरंगाबाद के अध्यक्ष प्रो सिद्धेश्वर प्रसाद सिंह, समकालीन जवाबदेही के प्रधान संपादक डॉ सुरेंद्र प्रसाद मिश्रा,डा शिवपूजन सिंह, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के इतिहास विभागाध्यक्ष ,प्रो विजय कुमार सिंह, पत्रकार प्रेमेंद्र मिश्रा ने कहानी के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस कहानी में एक नारी के त्याग समर्पण का उत्कृष्ट भाव भरा है जो अपने अनपढ़ होते हुए भी विवाह के बाद अपने पति को पढ़ा-लिखा करके प्रशासनिक अधिकारी बनाती है. प्रशासनिक अधिकारी बनने के बाद उसके पति उसे त्याग देते हैं तो उसके अंतर्व्यथा को कथाकार ने हृदय को झकझोरने वाला वर्णन किया है।
वर्तमान परिदृश्य में यह कथा प्रासंगिक है। बतकही के मौके पर आदित्य श्रीवास्तव,राम सुरेश सिंह , शिक्षक उज्जवल रंजन,शिक्षक नेता राम भजन सिंह, केडी पांडेय,मुरलीधर पांडेय, सिंहेश सिंह, शिव शिष्य पुरुषोत्तमाचार्य, अर्जुन सिंह डॉ अरुण मिश्रा, देवेंद्र दत्त मिश्र, कवि शैलेंद्र मिश्र कवि शैलेंद्र मिश्र शैल आदि उपस्थित थे कार्यक्रम के दूसरे सत्र में हरिद्वार से आए गायत्री साधक संत श्री कार्तिक जी का’ सद्साहित्य से ही समाज का कल्याण संभव’ विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया गया।