औरंगाबाद :13 सूत्री मांगो के समर्थन में 16 मार्च को पटना में प्रदर्शन ,गोप गुट ने की बैठक
मगध एक्सप्रेस :-बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ (गोप गुट) की राज्य कमिटी के आह्वान पर एनपीएस खत्म कर पुराना पेंशन लागू करने,राज्य कर्मियों की लंबित प्रोन्नति शीघ्र करने, सभी कॉन्ट्रैक्ट-मानदेय कर्मियों/मौसमी कर्मियों की सेवा नियमित करने, नवनियुक्त पंचायत सेवकों,राजस्व कर्मियों एवं तृतीय वर्ग के अन्य कर्मियों को उनके गृह जिलों में स्थानांतरित करने, इत्यादि राज्य स्तरीय मांगों की पूर्ति के अलावा जिले के कर्मचारियों एवं शिक्षकों की अन्य 13-सूत्री मांगों के समर्थन में दिनांक:-16 मार्च 2023 को पटना में मुख्यमंत्री के समक्ष होने वाले प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए दाऊदनगर से सैंकड़ों की संख्या में शिक्षक-कर्मचारी पटना जाएंगे । उक्त आशय का निर्णय आज यहां महासंघ(गोप गुट) की प्रखंड कमिटी,दाउदनगर के तत्वावधान में दाऊदनगर ब्लॉक-कार्यालय के प्रांगण में संपन्न हुई कर्मचारियों एवं शिक्षकों के कन्वेंशन में लिया गया । इसके अलावा इस कन्वेंशन में यह भी निर्णय लिया गया कि आगामी 05 मार्च 2023 को उक्त मुद्दे पर औरंगाबाद ब्लॉक कार्यालय के प्रांगण में होनेवाले जिला कन्वेंशन को सफल बनाने के लिए दाउदनगर प्रखंड से सैंकड़ों की संख्या में शिक्षक-कर्मचारी औरंगाबाद भी जाएंगे
इसके पूर्व इस कन्वेंशन का उद्घाटन करते हुए महासंघ(गोप गुट) के जिला अध्यक्ष रामईशरेश सिंह ने कहा कि राज्य सरकार राज्य कर्मियों के साथ-साथ बिहार के छात्र-नौजवानों के साथ भी वादाखिलाफी कर रही है । जिस महागठबंधन की मौजूदा सरकार ने सत्ता में आने के बाद राज्य के लोगों को दस लाख सरकारी नौकरियां देने का वादा किया था वह सरकार आज दशकों से सरकारी सेवा दे रहे अपने ही मौसमी,दैनिक वेतनभोगी,कॉन्ट्रैक्ट,मानदेय,संविदा,नियोजित कर्मचारियों-शिक्षकों की सेवा नियमित करने में आनाकानी कर रही है । यदि वह ऐसा करती तो एक हद तक सरकारी नौकरी देने का उसका वादा भी पूरा होता और लाखों अनियमित राज्यकर्मियों का कल्याण भी होता । उन्होंने कहा कि महासंघ राज्य सरकार के इस वादाखिलाफी को कत्तई बर्दाश्त नहीं करेगा और कर्मचारियों की जमात में सर्वाधिक शोषित-उत्पीड़ित उपर्युक्त कर्मियों को उनका वाजिब हक दिलाने हेतु अपना धारावाहिक संघर्ष जारी रखेगा ।
इस कन्वेंशन को संबोधित करते हुए महासंघ (गोप गुट),औरंगाबाद के जिला सचिव- सत्येन्द्र कुमार ने कहा कि पुराना पेंशन कर्मचारियों का नैसर्गिक अधिकार है जो बुढ़ापे में संविधान प्रदत्त जीने के मूल अधिकार के साथ जुड़ा हुआ है । इसीलिए बिहार के शिक्षक-कर्मचारी पुरानी पेंशन व्यवस्था को लागू कराने के लिए जुझारू एवं धारावाहिक आंदोलन जारी रखे हुए हैं और इसे हासिल कर लेने तक आगे भी अपना संघर्ष जारी रखेंगे । उन्होंने आगे कहा कि कई राज्यों में वहां की सरकारों ने पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू कर दी है लेकिन बिहार सरकार इसे लागू करने से कतरा रही है । लेकिन महासंघ(गोप गुट) सरकार को छोड़ने वाला नहीं है और पुरानी पेंशन की लड़ाई तब तक जारी रखी जाएगी जबतक सरकार इसे लागू नहीं कर देती है ।विशिष्ट अतिथि के बतौर इस कन्वेंशन को संबोधित करते हुए महासंघ(गोप गुट) के जिला कोषाध्यक्ष- बिनोद कुमार ने कहा कि संघ/महासंघ राज्यकर्मियों के साथ-साथ किसी अन्य तबके के लिए भी एक छतरी के समान होता है जिससे न केवल हम अपने अधिकारों की रक्षा करते हैं बल्कि अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का निर्वहन हेतु कार्य-स्थल पर बेहतर परिस्थितियों का निर्माण करने के सरकार को बाध्य भी करते हैं । इसलिए हमें महासंघ(गोप गुट) नामक अपनी इस छतरी को फौलाद की तरह मजबूत बनाकर रखना है ।
इनके अलावा इस कन्वेंशन को महासंघ(गोप गुट) के जिला संघर्ष-अध्यक्ष:-गोपाल प्रसाद गुप्ता,प्रखंड संयुक्त सचिव बृजनंदन प्रसाद,कोषाध्यक्ष रविशंकर कुमार,उपाध्यक्ष योगेन्द्र सिंह, महफूज आरिफ,मौसमी कर्मचारी संघ के राज्याध्यक्ष जयराम सिंह,प्रमंडलीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार,सचिव अरविंद कुमार सिंह,कृष्ण प्रसाद चंद्रवंशी,पंचायत सेवक संघ के नेता किशन उरावां,महासंघ के पूर्व उपाध्यक्ष शंभू राय, गोह प्रखंड अध्यक्ष अभिमन्यु कुमार,इत्यादि नेताओं ने भी संबोधित किया। कन्वेंशन की अध्यक्षता महासंघ(गोप गुट),दाऊदनगर के प्रखंड अध्यक्ष- गणेश कुमार रौशन ने की जबकि संचालन प्रखंड सचिव- अवधेश कुमार ने किया ।