गया :शब्दाक्षर के मंच पर डॉ. रश्मि प्रियदर्शनी के तीन काव्य-संग्रहों का लोकार्पण 11 को
धीरज गुप्ता
मगध एक्सप्रेस :- राष्ट्रीय साहित्यिक संस्था ‘शब्दाक्षर’ के मंच पर गौतम बुद्ध महिला कॉलेज के अंग्रेजी विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर तथा शब्दाक्षर की राष्ट्रीय प्रवक्ता सह प्रसारण प्रभारी डॉ. कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी के प्रथम तीन हिन्दी काव्य-संग्रहों – ‘कविता बसंत बन जाती है’, ‘नये गीत हम गायेंगे’ तथा ‘नव्य मुक्तक माला’ का लोकार्पण आगामी रविवार यानी 11 दिसंबर को चाँदचौरा स्थित शगुन गेस्ट हाउस में अपराह्न 12.30 बजे से होगा। डॉ. रश्मि ने बतलाया कि उनके काव्य-संग्रहों के लोकार्पण के उपरांत आयोजित “शब्दाक्षर काव्यानुष्ठान” में समाज को अपनी रचनाओं द्वारा नयी दिशा देने में जुटे प्रसिद्ध कवि-कवयित्री अपनी-अपनी रचनाओं का पाठ भी करेंगे।
डॉ. रश्मि ने उनकी लोकार्पित होने जा रही काव्य कृतियों के बारे में बतलाया कि उनका चिर-प्रतीक्षित प्रथम काव्य-संग्रह ‘कविता बसंत बन जाती है’ उनकी उन भावपूर्ण कविताओं का संकलन है, जो उनके हृदय के अत्यंत निकट हैं। उनका द्वितीय काव्य-संग्रह ‘नये गीत हम गायेंगे’ विभिन्न अवसरों एवं त्योहारों को ध्यान में रख कर लिखी गयी रचनाओं का संकलन हैं, जबकि उनका तृतीय काव्य-संग्रह ‘नव्य मुक्तक माला’ मुक्तकों का संग्रह है। इनका प्रकाशन प्रिसेप्स पब्लिशिंग, बिलासपुर (छत्तीसगढ़) द्वारा किया गया है।
डॉ. रश्मि ने बतलाया कि वर्ष 2019 में 11 दिसंबर की ही वह तिथि थी, जब उन्हें नालंदा मुक्त विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में स्नातकोत्तर हिन्दी में प्रथम श्रेणी में प्रथम आने के लिए राज्यपाल सह कुलाधिपति श्री फागू चौहान द्वारा स्वर्ण पदक तथा प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ था। इसे एक सुखद संयोग ही कहा जायेगा कि तीन वर्षों के बाद एक बार पुनः 11 दिसंबर को ही उनकी तीन हिन्दी काव्य-कृतियों का लोकार्पण प्रतिष्ठित शिक्षाविदों एवं विद्वान साहित्यकारों की उपस्थिति में होने जा रहा है। डॉ. रश्मि के इस साहित्यिक योगदान एवं उपलब्धि पर उन्हें काफी लोगों से शुभकामनाएँ भी मिलने लगी हैं। शब्दाक्षर के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि प्रताप सिंह ने समस्त शब्दाक्षर परिवार की ओर से डॉ. रश्मि की इस विशिष्ट उपलब्धि पर हर्ष एवं गर्वबोध जताया है।