औरंगाबाद :शिक्षा विभाग की समीक्षात्मक बैठक,वित्तीय वर्ष 2022-23 में 2001 विद्यालयों में छात्र संख्या के अनुरूप 25,000 से 1,00,000 रूपये तक अनुदान राशि (Drawing Limit) 1474.88330 लाख विद्यालय के खाता में उपलब्ध करा दी गई है, किन्तु मात्र 112 विद्यालय द्वारा 50.72994 लाख राशि का व्यय किया

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मगध एक्सप्रेस :-जिला पदाधिकारी, औरंगाबाद की अध्यक्षता में शिक्षा विभाग की समीक्षात्मक बैठक आहूत की गयी। बैठक में संग्राम सिंह, जिला शिक्षा पदाधिकारी, दयाशंकर, डी०पी०ओ०, स्थापना, गार्गी कुमारी, डी०पी०ओ०, प्रा०शि० एवं समग्र शिक्षा, अमीन सिंह, डी०पी०ओ०, मा०शि० एवं रवि रोशन, डी०पी०ओ० पी०एम०पोषण योजना, सभी प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी एवं संभाग प्रभारी उपस्थित रहे।डी०पी०ओ० स्थापना के द्वारा असैनिक कार्य अन्तर्गत निर्माण कार्य बाधित रखने वाले दोषी कर्मियों पर कार्रवाई करते हुए प्रतिवेदन सौंपा गया जिसमें छः प्र0अ0/ प्र०प्र०अ० / स०शि० को विभागीय कार्रवाई के अधीन किया गया है, चार को निलंबित एवं पांच को निलंबित करने हेतु नियोजन इकाई को प्रतिवेदित करने की सूचना जिला पदाधिकारी को दी गई।मध्याह्न भोजन की समीक्षा में पाया गया कि 07 विद्यालयों में मध्याह्न भोजन बाधित है। जिला पदाधिकारी द्वारा शीघ्र समस्या का निराकरण कर मध्याह्न भोजन चालू कराने का निदेश दिया गया।

जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा निपुण कार्यक्रम अन्तर्गत जिले में बुनियादी साक्षरता एवं ज्ञान के क्रियान्वयन के लिए FLN मिशन के बारे में विस्तार से सभी सदस्यों को अवगत कराया गया, जिसके अन्तर्गत जिला स्तरीय मिशन का गठन किया गया है एवं प्रखण्ड स्तर पर प्रखण्ड विकास पदाधिकारी के नेतृत्व में FLN कार्यक्रम प्रबंधन इकाई का गठन कराया गया है। जिला पदाधिकारी द्वारा विडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारियों को FLN कार्यक्रम के अन्तर्गत बैठक करने का निदेश दिया गया एवं विद्यालयों में भ्रमण / अनुश्रवण के दौरान इसकी जांच कर प्रतिवेदन देने का निदेश गया। सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी एवं प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारियों को सभी प्रखण्डों में अवस्थित कम्पलेक्स रिसोर्स सेन्टर के चयन की जानकारी दी गई एवं शीघ्र इसके संचालन हेतु निदेश दिया गया।

गार्गी कुमारी, डी०पी०ओ० समग्र शिक्षा द्वारा अवगत कराया गया कि राज्य कार्यालय के निदेशानुसार समय-समय पर शिक्षक अभिभावक संगोष्ठी का आयोजन विद्यालयों में किया जा रहा है। इसकी अगली तिथि 26.11.2022 को है। जिला पदाधिकारी द्वारा सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी / अंचलाधिकारी एवं प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारियों को निदेश दिया गया कि जब भी शिक्षक-अभिभावक संगोष्ठी का आयोजन हो वे भी विद्यालयों में जायें एवं सभी को Motivate करें। साथ ही सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी / प्रखण्ड स्तरीय पदाधिकारी जब भी विद्यालयों का अनुश्रवण करें यह भी देखें कि FLN के अन्तर्गत कक्षा 1 से 3 में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को उपलब्ध किट एवं अभ्यास पुस्तिका के माध्यम से पढ़ाया जा रहा है अथवा नहीं। उक्त कार्यक्रम के अन्तर्गत छात्रों के बीच Activity कराया जा रहा है अथवा नहीं। इससे संबंधित प्रतिवेदन अपने अनुश्रवण प्रतिवेदन में भी दें।

जिले में 100-100 बालकों हेतु नेताजी सुभाषचन्द्र बोस आवासीय छात्रावास खोला जाना है। जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि उक्त छात्रावास के संचालन हेतुम० वि०, महाराजगंज एवं म० वि०. बभण्डी का चयन किया गया है। शीघ्र केन्द्रों का संचालन प्रारम्भ किया जायेगा।समावेशी शिक्षा अन्तर्गत 25 बच्चों का 90 दिवसीय आवासीय “स्पर्श” कार्यक्रम का संचालन मध्य विद्यालय सिरिस, प्रखण्ड बारूण में संचालित रहने की जानकारी दी गई। जिला पदाधिकारी द्वारा प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी / अंचलाधिकारी को कार्यक्रम का अनुश्रवण करने का निदेश दिया गया।जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में 2001 विद्यालयों में छात्र संख्या के अनुरूप 25,000 से 1,00,000 रूपये तक अनुदान राशि (Drawing Limit) 1474.88330 लाख विद्यालय के खाता में उपलब्ध करा दी गई है, किन्तु मात्र 112 विद्यालय द्वारा 50.72994 लाख राशि का व्यय किया गया है।

जिला पदाधिकारी द्वारा बैठक में उपस्थित सभी प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारियों एवं विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारियों को निदेश दिया गया कि अपने-अपने प्रखण्डों में शीघ्र विद्यालयों में रंग-रोगन एवं अन्य आवश्यक कार्यों को पूर्ण कराने का निदेश दें।जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, स्थापना के द्वारा अवगत कराया गया कि कुछ प्रखण्डों के नियोजन इकाई द्वारा प्रखण्ड / पंचायत शिक्षकों का स्थानांतरण आदि की कार्रवाई की गई है जबकि स्थानांतरण सिर्फ जून माह में करने का प्रावधान है। विशेष परिस्थिति में उच्चाधिकारी से अनुमोदनोपरान्त ही स्थानांतरण किये जाने का प्रावधान है। जिला पदाधिकारी द्वारा निदेश दिया गया कि सभी प्रखण्ड नियोजन इकाई विभाग के निदेश के आलोक में ही स्थानांतरण / अनुशासनिक कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। यदि किसी प्रखण्ड नियोजन इकाई के द्वारा नियम का उल्लंघन किये जाने की सूचना प्राप्त होती है तो उनके विरूद्ध विभागीय कार्यवाही प्रारम्भ की जायेगी।अंत में सधन्यवाद बैठक की कार्यवाही समाप्त की गई।

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