औरंगाबाद : गोह के देवकुंड में छठ पूजा को लेकर देवकुंड मठाधीश की अध्यक्षता में बैठक का हुआ आयोजन
औरंगाबाद जिले के गोह प्रखण्ड के देवकुंड में कार्तिक छठ पूजा को लेकर काली मंदिर परिसर में मंगलवार को छठ पूजा समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता मठाधीश कन्हैयानंद पुरी ने की।
बैठक में उपस्थित सदस्यों ने सर्वसम्मति से अध्यक्ष सहेन्द्र प्रजापति, उपाध्यक्ष दीपक कुमार, सचिव मनिष गुप्ता, उपसचिव चंदन कुमार, कोषाध्यक्ष मिठू मार्शल, उपकोषाध्यक्ष उत्तम चंद्रवंशी,पूजा मंत्री श्रीकांत पासवान उप पूजा मंत्री मनीष पासवान,पंडाल मंत्री प्रिंस गुप्ता, पुजा नियंत्रक बबलू कुमार व निर्भय कुमार, मिडिया प्रभारी अरूण यादव को मनोनीत किया गया।
बैठक में सहस्त्रधारा कुंड छठ घाट की साफ-सफाई के साथ लाइट और पंडाल सहित अन्य उपयोगी सुविधाएं मुहैया कराने को लेकर चर्चा हुई। बताते चले की हर वर्ष छठ पर्व पर देवकुंड सहस्त्रधारा कुंड पर हजारों की संख्या में छठ व्रतियों द्वारा अस्ताचलगामी सूर्य और उदयाचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने आते हैं।
आइए कुछ और जानते हैं छठ से जुड़े तथ्य
छठ महापर्व कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर नहाय-खाय के साथ शुरू हो जाता है और अगले चार दिनों तक इसकी धूम रहती है। इस व्रत को संतान प्राप्ति और उनकी लंबी उम्र की कामना के लिए किया जाता है। छठ पर्व के दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है और चौथे दिन उदयाचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। चौथे दिन के अर्घ्य के साथ ही व्रत का पारण किया जाता है। इस व्रत में भगवान सूर्य और छठी मैया की पूजा की जाती है।
छठ पूजा के दौरान पराम्परिक गीत “कांच ही बांस के बहंगियां” “दर्शन दिही न अपार ये छठ मइया” और केलवां जे फरअ हई घवद से,ओह पर सुगा मड़राऐं” हर जगह सुनने को मिलता है। इस व्रत को स्त्री और पुरुष दोनों कर सकते हैं।
Reported By Gautam Upadhyay