औरंगाबाद :इमैजिनेशन के कलाकारों ने राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की कालजयी रचना रश्मिरथी का किया मंचन
मगध एक्सप्रेस :औरंगाबाद समाहरणालय के अनुग्रह नारायण नगर भवन में राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर के जयंती के अवसर पर कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार एवं जिला प्रशासन, औरंगाबाद के सौजन्य से इमैजिनेशन संस्था के कलाकारों द्वारा नाटक रश्मिरथी का मंचन किया गया।इस नाटक में संगीत परिकल्पना, साहित्य नाटक अकादमी सम्मान से सम्मानित डॉ० अंजना पूरी द्वारा किया गया है तथा इसका सह निर्देशन कुंदन कुमार एवं निर्देशन राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से स्नातक श्री विनोद राई द्वारा किया गया है।इस कार्यक्रम का उद्घाटन जिलाधिकारी श्री श्रीकांत शास्त्री द्वारा किया गया।
रश्मिरथी” राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की कालजयी कृति है, जिसमें महाभारत के महान योद्वा कर्ण के जीवन की कहानी को अत्यंत प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया है। यह नाटक उस समाज को चित्रित करता है, जिसमें जातिगत भेदभाव और सामाजिक असमानता के बावजूद कर्ण ने अपनी असाधारण शक्ति और साहस से मानवीय गरिमा का परिचय दिया।नाटक में दर्शाया गया है कि कैसे कर्ण, जो जन्म से सूतपुत्र था, अपने संघर्ष और अद्वितीय वीरता के बल पर इतिहास में अमर हो गया। दिनकर की ‘रश्मिरथी’ ने भारतीय साहित्य में कर्ण को एक नायक के रूप में प्रतिष्ठित किया, जो हमेशा न्याय और समानता के पक्ष में खड़ा रहा।
इस नाट्य प्रस्तुति के माध्यम से दर्शक कर्ण के जीवन की उन अनसुनी कहानियों से परिचित हुए, जो आज भी समाज के लिए प्रेरणादायक हैं। यह नाटक उन मानवीय मूल्यों की पुनर्स्थापना का प्रयास करता है, जिनकी आज के समय में अत्यधिक आवश्यकता है।इमैजिनेशन संस्था के इन मुख्य कलाकारों द्वारा रश्मिरथी नाटक का मंचन किया गया।कुंती – जानवी सोनी,कर्ण – विशाल सिंह,दुर्योधन – सुंदरम शर्मा। अर्जुन – मनीष कुमार,कृपाचार्य – निशांत,परशुराम – बलवंत, इंद्र – रोहित चौरसिया, बिच्छू – राजन, घटोत्कच सत्यम कुमार सिंह।
उक्त कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त अभ्येंद्र मोहन सिंह, अपर समाहर्ता श्री ललित भूषण रंजन, डीपीआरओ इफ्तेखार अहमद, डीएलओ श्री सच्चिदानंद सुमन, डीटीओ शैलेश कुमार दास, निदेशक डीआरडीए अनुपम कुमार, वरीय उपसमाहर्ता श्रीमती रत्ना प्रिदर्शनी एवं मेराज जमील, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्रीमती श्वेता प्रियदर्शी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी श्रीमती नीलम मिश्रा, जिला कला संस्कृति पदाधिकारी कुमार पप्पू राज एवं जिला स्तरीय अन्य अधिकारी के साथ-साथ बड़ी संख्या में छात्र एवं छात्राओं उपस्थित रहे।