औरंगाबाद :दो दिवसीय सूर्य राघव महोत्सव का हुआ शानदार आगाज,भारत माला योजना में किसानों को जमीन का उचित मूल्य मिलना चाहिए अगर किसानों को उचित मूल्य मिलता है तो किसान अपना जमीन देंगे अन्यथा किसान अपना जमीन नही देंगें-डब्लू सिंह [विधायक]
संदीप कुमार
मगध एक्सप्रेस :-औरंगाबाद जिले के नवीनगर प्रखंड क्षेत्र के बड़ेम में कला संस्कृति एवं युवा विभाग बिहार सरकार एवं जिला प्रशासन औरंगाबाद के द्वारा आयोजित दो दिवसीय सूर्य राघव महोत्सव का उद्घाटन नवीनगर राजद विधायक विजय कुमार सिंह उर्फ डब्लू सिंह,जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री,एडीएम ललित रंजन, प्रशिक्षु आईएएस गौरव कुमार,सूर्य राघव मंदिर न्यास समिति के अध्यक्ष संजीव कुमार सिंह,एसडीपीओ मोहम्मद अमानुल्लाह खां,सिविल सर्जन रवि भुषण श्रीवास्तव,प्रखंड विकास पदाधिकारी देवानंद सिंह,अंचलधिकारी आलोक कुमार, सामान्य शाखा प्रभारी रत्ना कुमारी के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया।महोत्सव में आगत अतिथियों का स्वागत अंगवस्त्र,गुलदस्ता तथा सूर्य राघव मंदिर का प्रतीक चिन्ह देकर किया गया।
अतिथियों का स्वागत मध्य विद्यालय उरदाना की छात्राओं के द्वारा स्वागत गीत गाकर किया गया। मौके पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नवीनगर विधायक विजय कुमार सिंह उर्फ डब्लू सिंह ने कहा कि हमें गर्व है कि मैं उसे जिले से आता हूं जिस जिले में लोग भगवान सूर्य की उपासना एवं पूजा करते हैं। इस पूरे विश्व में केवल सूर्य भगवान को ही हम लोग देख सकते हैं उगते हुए भी एवं डूबते हुए भी। औरंगाबाद जिला महोत्सव का जिला है और यह हम लोगों का सौभाग्य है कि हम लोग औरंगाबाद जिले के रहने वाले हैं। विधायक ने कहा कि एक और सूर्य मंदिर धुन्धुआ गांव में है उसे भी महोत्सव में शामिल करने की अनुशंसा डीएम के द्वारा कर दी गई है। उन्होने कहा की सूर्य राघव मंदिर के दोनों ओर एनटीपीसी है। अगर राष्ट्र निर्माण की बात आती है तो नवीनगर उसमें आगे है। लेकिन एनटीपीसी के द्वारा नवीनगर की उपेक्षा की जा रही है। भारत माला योजना में सबसे अधिक जमीन नवीनगर प्रखंड का जा रहा है।कहा कि किसानों को जमीन का उचित मूल्य मिलना चाहिए अगर किसानों को उचित मूल्य मिलता है तो किसान अपना जमीन देंगे अन्यथा किसान अपना जमीन नही देंगें।
वही कार्यक्रम को संबोधित करते जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने कहा कि औरंगाबाद जिला सूर्य मन्दिर के लिए विखयात है। औरंगाबाद में कई मंदिर है जो पूर्व से निर्मित है। यहां के पूर्वज सुर्य उपासक थे लोग सूर्य की उपासना करते थे। उन्होने कहा कि इस जिले मे तीन बडे महोत्सव कला संस्कृतिक युवा विभाग बिहार सरकार के द्वारा मनाया जाता है।जिसमें देव महोत्सव,गजना महोत्सव ,सुर्य राघव महोत्सव शामिल है। सरकार सांस्कृतिक कार्यक्रम पर जोर दे रही है । इसलिए सरकार के द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। बड़े कलाकार आते हैं तो स्थानीय कलाकार उन्हें देखकर सीखते हैं। बच्चों में प्रतिस्पर्धा होती है आगे निकलने की। जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम से आने वाली पिढियो को भी आगे निकलने का मौका मिलता है।
वही कार्यक्रम को संबोधित करते अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष ललन भूईया ने कहा कि बिहार सरकार औरंगाबाद जिले में महोत्सव की झड़ी लगा दिया है। उन्होने कहा कि पुरे बिहार में औरंगाबाद जिला ही एक ऐसा जिला है जहां सबसे अधिक महोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया जाता है।देव को राजकीय मेला का दर्जा मिल चुका है। उन्होने कहा कि पूरे भारत में कहीं भी कल्पवृक्ष नहीं है केवल औरंगाबाद के कुटुंबा में कल्पवृक्ष है जो कल्प धाम के नाम से जाना जाता है। इसे भी महोत्सव मे शामिल करने की बात कही । उन्होंने दलित समाज के लोगों से किसी के बहकावे में आकर किसी भी व्यक्तियों के ऊपर एससी एसटी एक्ट नहीं लगाने की बात कही।
वही कार्यक्रम को सम्बोधित करते सूर्य राघव मंदिर न्यास समिति के अध्यक्ष संजीव कुमार सिंह ने कहा कि बड़ेम में स्थित सूर्य राघव मंदिर देश का इकलौता मंदिर है जिसमें भगवान सूर्य की गोद में भगवान राम एवं माता जानकी विराजमान है एवं लक्ष्मण एवं हनुमान दास की मुद्रा में है। उन्होने कहा कि यहां के लोगों ने 30 बीघा जमीन मंदिर को दान दिया है।संजीव कुमार सिंह ने जिलाधिकारी से सामुदायिक विकास के तहत सीआरएस निधि से मंदिर का विकास करने का मांग किया।कहा कि देव में जैसा सूर्य महोत्सव होता है वैसा ही महोत्सव बड़ेम मे भी होना चाहिए। इस दौरान मौके पर पीओ विजय रंजन परमार, बीपीआरओ पंकज पूर्व उप प्रमुख कुमार राजेंद्र सिंह,पूर्व मुखिया रमेश सिंह,मुखिया प्रतिनिधि अनिल कुमार सिंह उर्फ पिंटू,पूर्व उप प्रमुख अमित कुमार उर्फ पिंटू, बडेंम ओपी थानाध्यक्ष सिमरन राज,शिक्षक संघ के प्रदेश सचिव धनंजय कुमार सिंह,मनीष कुमार सिंह,आनंद कुमार सिंह,विश्वजीत सिंह,बसंत सिंह,अरुण सिंह, कुंदन सिंह,मनीष कुमार सिंह,राजीव मिश्रा,प्रमोद गुप्ता, चंद्रप्रकाश उर्फ पल्लू सुमित सूर्य राघव महोत्सव आयोजन समिति के सभी सदस्य उपस्थित थे।