औरंगाबाद : सांसद की अध्यक्षता में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक ,विभागवार हुई समीक्षा, विधायक द्वारा सिविल सर्जन से सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की अनुपस्थिति से संबंधित किया गया शिकायत, सरकारी अस्पतालों में बायोमेट्रिक उपस्थिति करने पर भी दिया गया जोर

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मगध एक्सप्रेस :-औरंगाबाद जिले में योजना भवन के सभागार में औरंगाबाद लोकसभा सांसद सह अध्यक्ष जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा), श्री सुशील कुमार सिंह की अध्यक्षता में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक का आयोजन किया गया।इस बैठक में औरंगाबाद जिले के विभिन्न विभागों के द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न विकासात्मक कार्यों पर गहन चर्चा की गई। जिसमें कृषि, विद्युत, सड़क, स्वास्थ्य, मनरेगा, आवास, खाद्य आपूर्ति आदि जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दे पर विमर्श किया गया। साथ ही इस जिले में क्रियान्वित केंद्र सरकार प्रायोजित योजनाओं की अद्यतन स्थिति पर विचार विमर्श किया गया।ईस बैठक में सर्वप्रथम पिछले दिशा की बैठक की कार्यवाही के अनुपालन के संबंध में विभाग वार समीक्षा की गई एवं जिनका अनुपालन अभी तक नही हुआ है उनका निष्पादन अविलंब करने का निदेश दिया गया।

इसके पश्चात औरंगाबाद जिले में इस वर्ष सुखाड़ से प्रभावित परिवारों को अनुग्रह अनुदान भुगतान की जानकारी ली गई। जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि पिछले वित्तीय वर्ष में औरंगाबाद जिले के 08 प्रखंडों में कुल 116135 प्रभावित लोगों को 3500 रुपए के हिसाब से कुल 40 करोड़ 64 लाख 72 हजार 500 रुपए का मुआवजा दिया गया है। इसके पश्चात अध्यक्ष महोदय द्वारा जिला कृषि पदाधिकारी से जिले में नैनो यूरिया के इस्तेमाल से संबंधित जानकारी ली गई एवं यह निदेश दिया गया कि नैनो यूरिया संबंधित जानकारी लोगों में फ्लेक्स और होर्डिंग के माध्यम से बढ़ाया जाए।इसके पश्चात सोन उच्च स्तरीय कैनाल, नॉर्थ कोयल कैनाल, बटाने शीर्ष कैनाल, बतरे कैनाल एवं अन्य नहरों में पानी की उपलब्धता की समीक्षा संबंधित कार्यपालक अभियंता के साथ की गई। कार्यपालक अभियंता, सोन उच्चस्तरीय कैनाल ने बताया कि गेहूं पटवन हेतु कैनाल में पानी खोल दिया गया है। अध्यक्ष महोदय ने लघु सिंचाई विभाग को असिंचित इलाकों पर फोकस करने का निर्देश दिया।

लोक लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग की समीक्षा के क्रम में पानी की उपलब्धता के लिए जिले में कार्यरत चापाकल की समीक्षा की गई एवं हर घर नल का जल योजना की भी समीक्षा की गई। अध्यक्ष महोदय द्वारा जिन वार्डों में चापाकल एवं नल जल योजना कार्यरत नहीं है अथवा मरम्मती की आवश्यकता है उन्हें अविलंब कार्यरत कराने का निर्देश दिया गया। औरंगाबाद माननीय विधायक श्री आनंद शंकर सिंह द्वारा निदेश दिया गया कि जिन स्कूलों में पेयजल की व्यवस्था नहीं है वहां चापाकल की व्यवस्था की जाए।विद्युत विभाग की समीक्षा के क्रम में अध्यक्ष महोदय एवं अन्य माननीय सदस्यों द्वारा बताया गया कि जिले कई उपभोक्ताओं द्वारा बिजली बिल बढ़कर आने की शिकायत आ रही है। इसके नियंत्रण करने हेतु मैकेनिज्म विकसित करने का निर्देश कार्यपालक अभियंता को दिया गया। विद्युत कार्यपालक अभियंता को पब्लिक कंप्लेंट में व्यक्तिगत रुचि लेकर निष्पादन करने का निर्देश दिया गया।बिहार शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम द्वारा बताया गया कि शहरी क्षेत्र में ओवरहेड टैंक का निर्माण प्रक्रियाधीन है। इस पर अध्यक्ष महोदय ने सुझाव दिया कि पहले पानी की बोरिंग कराई जाए एवं पानी की उपलब्धता सुनिश्चित होने के पश्चात ही टैंक का निर्माण किया जाए।

स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के क्रम में माननीय विधायकों द्वारा सिविल सर्जन, औरंगाबाद से सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की अनुपस्थिति से संबंधित शिकायत किया गया। माननीय विधायकों द्वारा सरकारी अस्पतालों में बायोमेट्रिक उपस्थिति करने पर भी जोर दिया गया। माननीय अध्यक्ष द्वारा पोस्टमार्टम के कार्यों में हो रहे विलंब से अवगत कराया गया एवं निर्देश दिया गया की इसे सीमित समय के अंदर करने की प्रक्रिया विकसित की जाए।माननीय अध्यक्ष द्वारा आकांक्षी जिला के अंतर्गत चल रहे कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधियों को सम्मिलित करने का सुझाव दिया गया। पंचायत भवन की समीक्षा के दौरान माननीय अध्यक्ष द्वारा जिला में बचे हुए पंचायत में यथाशीघ्र पंचायत भवन के निर्माण पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। साथ ही सभी पंचायतो में जहां पंचायत भवन का निर्माण हो चुका है वहां पंचायत भवन को सुचारू रूप से चलाने का निर्देश दिया गया।

सड़क विभाग के समीक्षा के क्रम में माननीय अध्यक्ष द्वारा निदेश दिया गया कि जिला में मरम्मती योग्य सड़कों का चयन प्राथमिकता के आधार पर किया जाए एवं उनके मरम्मती का कार्य यथाशीघ्र शुरू किया जाए। साथ ही अंतर्जिला सड़कों के मरम्मती पर ध्यान देने का निर्देश दिया।अध्यक्ष महोदय द्वारा अंचल स्तर पर परिमार्जन, दाखिल खारिज एवं अतिक्रमण वाद से संबंधित समीक्षा किया गया। माननीय अध्यक्ष द्वारा अपर समाहर्ता को परिमार्जन एवं दाखिल खारिज से संबंधित मामलों की समीक्षा निरंतर तौर पर करने का निर्देश दिया। साथ ही कहा कि अतिक्रमण वाद में किए गए आदेश को यथाशीघ्र निष्पादन किया जाना चाहिए।अंत में उप विकास आयुक्त, अभ्येंद्र मोहन सिंह द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ बैठक की कार्यवाही समाप्त की गई।

उक्त बैठक में जिले के माननीय सांसद काराकाट, माननीय विधान पार्षद दिलीप कुमार सिंह, माननीय विधायक सदर आनंद शंकर सिंह, माननीय विधायक नबीनगर विजय कुमार सिंह, माननीय विधायक गोह भीम सिंह, माननीय विधायक रफीगंज मो० नेहालुद्दीन, जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री, पुलिस अधीक्षक स्वप्ना जी मेश्राम, जिला वन पदाधिकारी, अपर समाहर्ता, उप विकास आयुक्त, सिविल सर्जन, जिला परिवहन पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी दाउदनगर, जिला भू अर्जन पदाधिकारी, वरीय उप समाहर्ता एवं अन्य विभागीय पदाधिकारी उपस्थित थे।

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