औरंगाबाद :भागवत कथा सुनने से होता है जीव का कल्याण :- अनिल शास्त्री [कथावाचक]
संदीप कुमार
मगध एक्सप्रेस ;-औरंगाबाद जिले के नवीनगर मारवाड़ी धर्मशाला मे चल रहे संगीतमय श्रीमद्भागवत महापुराण कथा मे कथावाचक अनिल शास्त्री ने कहा कि संसार में भगवान श्री कृष्ण ही सृष्टि का सृजन, पालन और संहार करते हैं। भगवान के चरणों में जितना समय बीत जाए उतना अच्छा है।भगवान द्वारा प्रदान किए गए जीवन को भगवान के साथ और भगवान के सत्संग में ही व्यतीत करना चाहिए। कथावाचक अनिल शास्त्री ने कहा कि भागवत प्रश्न से प्रारंभ होती है और पहला ही प्रश्न है कि कलयुग के प्राणी का कल्याण कैसे होगा। इसमें सतयुग, त्रेता और द्वापर युग की चर्चा ही नहीं की गई है। ऐसे में यह प्रश्न उठता है कि बार-बार यही चर्चा क्यों की जाती है, अन्य किसी की क्यों नहीं। इसके कई कारण हैं जैसे अल्प आयु, भाग्यहीन और रोगी। इसलिए इस संसार में जो भगवान का भजन न कर सके, वह सबसे बड़ा भाग्यहीन है। भगवान इस धरती पर बार-बार इसलिए आते हैं ताकि हम कलयुग में उनकी कथाओं में आनंद ले सकें और कथाओं के माध्यम से अपना चित्त शुद्ध कर सकें।
व्यक्ति इस संसार से केवल अपना कर्म लेकर जाता है। इसलिए मनुष्य को अच्छे कर्म करना चाहिए।कथा वाचक ने कथा के माध्यम से बताया कि भाग्य, भक्ति, वैराग्य और मुक्ति पाने के लिए श्रीमद्भागवत की कथा मनुष्य को अवश्य सुननी चाहिए।भागवत कथा सुनने से जीव का कल्याण निश्चित है। इसलिए सभी को भागवत कथा सुननी चाहिए।इस अवसर पर मुख्य यजमान सत्येंद्र सिंह, संजय सोनी, राज कुमार, खुशबु , अंकित सिंह एवं पंडित सर्वेश तिवारी, पंडित रंगनाथ त्रिपाठी कुरुक्षेत्र, उदय सिंह, लालू दुबे, टुनटुन सिंह, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष राधा सिंह, पार्षद कुसुम देवी, पार्षद ज्ञानती देवी,अरुण कारिवाल, रविन्द्र सिन्हा, मंटू कुमार, अप्पू तिवारी, गोबिन्द तिवारी, पार्वती कारिवाल सरिता देवी, सोनी देवी, पुष्पा देवी, अमृता सिंह, ज्योती पटवा सहित बड़ी संख्या मे कथा श्रोता उपस्थित रहें