औरंगाबाद :जिला स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की बैठक ,उर्वरक विक्रेताओं द्वारा उर्वरकों की कालाबाजारी, जमाखोरी, तस्करी, मुनाफाखोरी को रोकने एवं उर्वरकों के मूल्य नियंत्रण हेतु उर्वरक प्रष्ठिानों पर नियमित छापामारी करने का निदेश
मगध एक्सप्रेस :-औरंगाबाद जिलाधिकारी-सह-अध्यक्ष, जिला स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति, औरंगाबाद की अध्यक्षता में आज दिनांक 28.11.2023 को आयोजित उर्वरक निगरानी की बैठक में उप विकास आयुक्त-सह-सदस्य, उर्वरक निगरानी समिति, औरंगाबाद, श्री रामईश्वर प्रसाद, जिला कृषि पदाधिकारी-सह-संयोजक सदस्य, औरंगाबाद, माननीय सदस्य, बिहार विद्यान सभा, गोह, के प्रतिनिधि श्री सुरेन्द्र प्रसाद एवं माननीय सदस्य, बिहार विद्यान सभा, कुटुम्बा के प्रतिनिधि श्री रामपति राम तथा सभी कम्पनियों के क्षेत्रीय पदाधिकारी, जिले के सभी थोक उर्वरक बिक्रेता उपस्थित हुए। बैठक में जिला पदाधिकारी, औरंगाबाद द्वारा जिला कृषि पदाधिकारी, औरंगाबाद को निदेश दिया कि रबी मौसम के मुख्य समय में किसानों को उचित मूल्य पर सुगमता पूर्वक उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु जिला के उर्वरक विक्रेताओं द्वारा उर्वरकों की कालाबाजारी, जमाखोरी, तस्करी, मुनाफाखोरी को रोकने एवं उर्वरकों के मूल्य नियंत्रण हेतु उर्वरक प्रष्ठिानों पर नियमित छापामारी करने का निदेश दिया गया। जिला कृषि पदाधिकारी, औरंगाबाद के द्वारा बताया गया कि जिले में उर्वरक सम्बंधी शिकायतों को निदान करने एवं किसानों की उर्वरक समस्याओं को दूर करने के लिए जिला कृषि कार्यालय में एक उर्वरक नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है, सम्पर्क नम्बर 06186-295020 है।
जिला पदाधिकारी महोदय, औरंगावद द्वारा निदेश दिया गया कि खुदरा उर्वरक विक्रेताओं अपने-अपने दुकान के सूचना पट पर उपलब्ध उर्वरक की मात्रा, उर्वरक का मूल्य प्रदर्शित किया जाय। जिसकी जिम्मेवारी संबंधित पंचायत के कृषि समन्वयक की होगी। जिला पदाधिकारी, औरंगाबाद के द्वारा नैनो यूरिया के जानकरी के क्रम में जिला कृषि पदाधिकारी औरंगाबाद के द्वारा नैनो यूरिया के बारे में जानकारी से अवगत कराते हुए बताया गया कि यह यूरिया तरल होता है एवं इसकी मात्रा पौधे के लिए 1 लि० पानी में 4 मि०लि० नैनो यूरिया मिलाकर पौधे पर छिड़काव करने से अधिक लाभ होता है साथ ही साथ मिट्टी एवं पर्यावरण पर बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है। इसकी विस्तृत जानकारी दी गयी। बैठक मे उपस्थित माननीय अध्यक्ष, जिला परिषद, औरंगाबाद के प्रतिनिधि श्री शंकर यादवेन्दु के द्वारा बताया गया कि नैनो यूरिया को किसानों के बीच प्रचार-प्रसार करने की जरूरत है। इस पर जिला पदाधिकारी, औरंगाबाद के द्वारा जिला कृषि पदाधिकारी, औरंगाबाद को निदेश दिया गया कि जिले में कार्यरत कृषि समन्वयकों को पंचायतवार रोस्टर बनाकर त्रिस्तरीय जन-प्रतिनिधियों की उपस्थिति में कृषको नैनो यूरिया के बारे में प्रशिक्षित किया जाय।