औरंगाबाद:(देव सूर्य महायज्ञ)महायज्ञ में पहुंचे एक लाख श्रद्धालु ,24 हजार कलश के साथ निकली जलयात्रा
Magadh Express:एतिहासिक,पौराणिक , एवं धार्मिक दृष्टिकोण से अति महत्वपूर्ण सौर तीर्थ स्थल देव में भगवान श्री सूर्य नारायण महायज्ञ का रविवार को कलश जल यात्रा एवं पंचांग पूजन के साथ सूर्य महायज्ञ का शुभारंभ हो गया। ज्ञात हो कि वैशाख शुक्ल पक्ष अक्षय तृतीया दिन रविवार दिनांक 23 /04/2023 को देव में लगभग एक लाख से ऊपर श्रद्धालु कलश जल यात्रा के दौरान पहुंचे। जानकारी देते हुए श्री सूर्य नारायण महायज्ञ समिति के अध्यक्ष प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि पूरे एक महीना का मेहनत रंग लाया।समिति की आशा थी कि 50 हजार लोग पहुंचेंगे लेकिन अपेक्षा से अधिक लोग श्री सूर्य नारायण महायज्ञ के कलश जल यात्रा एवं पंचांग पूजन में शामिल हुए।
इस दौरान पूरे 2 घंटा तक पूरे देव नगर में हेलीकॉप्टर के द्वारा पुष्प की वर्षा कराई गई। जो पूरे कलश जल यात्रा में आकर्षण का केंद्र रहा। अध्यक्ष ने बताया कि समिति के द्वारा 15000 कलश मुफ्त में वितरण किया गया था जबकि और अन्य कलश यात्रा में शामिल श्रद्धालु अपने घर से कलश लेकर इस कलश जल यात्रा में शामिल हुए।
कलश जल यात्रा, रानी तालाब स्थित यज्ञशाला से निकलकर देव सूर्य मंदिर के रास्ते देव सूर्य कुंड का तालाब पहुंचा जहां विधि विधान से मंत्र उच्चारण के साथ महायज्ञ के आचार्य श्रीदेव शास्त्री ने पूजा अर्चना संपन्न कराया ,उसके बाद हजारो की संख्या में महिला पुरुष श्रद्धालुओं ने सूर्य भगवान के जयघोष के नारा लगाते हुए कलश में जल भरकर श्रद्धालु सूर्य के मंदिर के रास्ते रानी तालाब पहुंची।
इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए थे। लगभग एक सौ की संख्या में देव थाना की पुलिस एवं जिला पुलिस तैनात रही। वही देव सीआरपीएफ कैंप के सैकड़ों जवान भी इस दौरान मौजूद रहें।जगह-जगह पर देव प्रखंड विकास पदाधिकारी बीडीओ कुंदन कुमार, देव थानाध्यक्ष मनोज कुमार पाण्डेय , सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट सुशील जोशी, सीआरपीएफ के सब इंस्पेक्टर संजय कुमार, जायजा लेते दिखे। श्री सूर्य नारायण महायज्ञ समिति देव, पर्यटन विकास केंद्र देव,सहित अन्य सामाजिक संस्था के द्वारा पूरे कलश जल यात्रा के रास्ते में समुचित शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की गई थी। इस दौरान पूरे कलश जल यात्रा के दौरान पूरे देव नगर में हेलीकॉप्टर के द्वारा पुष्प वर्षा कराई गई जो आकर्षण का केंद्र रहा।