औरंगाबाद :देवहरा बाजार में गया दाउदनगर मुख्य पथ पर लगा गंदगी का अंबार,बाल श्रमिको से करवाया जा रहा कचरे का उठाव
गौतम उपाध्याय
मगध एक्सप्रेस:- बिहार सरकार का स्वच्छ लोहिया मिशन फेज टू के तहत शहरों व गांवो को स्वच्छ रखने के लिए तरह-तरह के प्रयास किए जा रहे है। लेकिन इस मिशन को औरंगाबाद जिले का गोह प्रखंड का देवहरा पंचायत ठेंगा दिखा रहा है। सफाई कर्मचारी पंचायत मुख्यालय से कचरा उठाकर सड़क पर ही फेंक जाते हैं। देवहरा बाजार में यह काम बाल श्रमिकों द्वारा कराई जा रही है। एक तरफ केन्द्र व राज्य सरकार बाल मजदूरी रोकने के लिए चाहे अनेक योजनाएं चला रही हो लेकिन गोह प्रखंड के हर स्थान पर आपको मजदूरी करते हुए कई बाल श्रमिक मिल जाएंगे। जी हां श्रम विभाग की उदासीनता घोर लापरवाही के कारण कस्बे में इन दिनों बाल श्रमिकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। शासन-प्रशासन के बाल मजदूरी रोकने के लिए सारे अभियान महज कागजी कार्रवाई ही साबित हो रहे हैं।
देवहरा बाजार के गया-दाउदनगर उच्च पथ संख्या 120, शहीद चौक से महज 10 मीटर दूर सड़क के दोनों किनारे कचरा इस कदर बिखरा पड़ा है कि मानो शहर में सफाई की कोई व्यवस्था ही न हो। पंचायत की सफाई व्यवस्था के साथ बाल श्रमिकों से मजदूरी पर बड़े-बड़े सवाल उठ रहे हैं। लेकिन पंचायत के मुखिया आरती देवी एवं प्रखंड के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है। गोह प्रखंड के 20 पंचायतों में गोह, देवहरा, दधपी, भुरकुंडा, हथियारा, मलहद, बर्मा खुर्द, बक्सर, बेरका व उपहारा इन दस पंचायतों का चयन स्वच्छता अभियान फेज टू के लिए किया गया है। जहां पंचायतों व शहरों को स्वच्छ बनाने के लिए वृहत स्तर पर सरकारी राशि खर्च की जा रही है ताकि पर्यावरण को स्वच्छ रखा जा सके।
देवहरा बाजार से पुनपुन नदी घाट जाने वाली रास्ता पर रोजाना कूड़ा पड़ा रहता है जिससे आवागमन बुरी तरह प्रभावित रहता है। लोगों को सड़क से गुजरने के लिए मुंह पर कपड़ा रखना पड़ता है। बावजूद इसके प्रखंड के अधिकारी व पंचायत के मुखिया भी चुप्पी साधे रहते हैं। जिसका खमियाजा आम लोगों को उठाना पड़ रहा है। विदित हो कि देवहरा पंचायत में 15 वार्ड है जिसमें वार्ड 13 के अनुसूचित जाति बाहुल्य गांव घेजना में अभी तक स्वच्छता अभियान के तहत कोई काम नहीं किया गया बाकी सभी वार्डों में कचरा उठाव के कार्य में सिर्फ कोरम ही पूरा किया जा रहा है।
खुले में कूड़ा फेंकने वालों एवं बाल श्रमिकों से मजदूरी पर होगी कार्रवाई : बीडीओ
इस संबंध में बीडीओ डॉ मनोज कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारियों को निर्देश दिए जाएंगे कि कचरे को शहर से दूर फेंका जाए ताकि लोगों को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। बाल श्रमिकों से मजदूरी पर कार्रवाई की जाएगी।