औरंगाबाद :बनतारा में पुलिस के खिलाफ चल रहे अनिश्चितकालीन धारणा के दूसरे दिन पहुँचे सीपीआई के पाँच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल,अपने ही गठबंधन के सरकार की पुलिस के खिलाफ की नारेबाजी
गौतम उपाध्याय
MAGADH EXPRESS:-औरंगाबाद जिले के देवकुंड थाना अध्यक्ष के खिलाफ वनतारा में चल रहे अनिश्चितकालीन धरना के दूसरे दिन सोमवार को सीपीआई के पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल पहुँचकर पीड़ितो का आवज को बुलंद किया। इस दौरान सीपीआई के कार्यकर्ताओं ने प्रसाशन के खिलाफ नारेवाजी भी की।इस अवसर पर अंचल मंत्री सुरेश प्रसाद यादव ने कहा कि देवकुंड थानाध्यक्ष सुबोध कुमार ने होली की रात गांव में पहुँचकर बनतारा गांव के लोगो पर जो अत्याचार किया है. वह गलत है पुलिस बिना समस्या उत्पन्न हुए हुए एक मनगढ़ंत कहानी बनाते हुए लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है मासूम बच्चों और महिलाओं को पिटाई कर गलत तरीके से मुकदमा दर्ज किया है ।देवकुंड के थानाध्यक्ष ने बनतारा के लोगों के साथ गलत व्यवहार किया है। उन्होंने कहा कि थानाध्यक्ष को निलंबित करते हुए तत्काल प्रभाव से हटाना चाहिए। उन्होंने एसपी से स्तरीय जांच की मांग करते हुए कहा जितना जल्द हो सके देवकुंड थानाध्यक्ष को हटाकर फर्जी मुकदमा को वापस लेते हुए लोगों को शांति अमन दे।
वही पूर्व जिला मंत्री जगनारायण सिंह विकल ने कहा कि देवकुंड पुलिस ने एक मनगढ़ंत फर्जी मुकदमा कर जो लोगों को परेशान किया है वह गलत है उन्होंने कहा कि जितना जल्द हो सके प्रशासन इसकी स्तरीय जांच कराएं और थानाध्यक्ष को यहां से हटाते हुए फर्जी मुकदमा वापस ले। वहीं सीपीआई नेता कृष्ण नंदन यादव ने कहा कि बनतारा में थानाध्यक्ष को पहुचकर लोगो को समझाना बुझाना चाहिए था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और लोगों पर वार कर दिया ।घर में घुसकर महिलाओं और बच्चों को जो इन्होंने पिटाई किया है उसकी जांच उच्च स्तरीय जांच होना चाहिए। और थानाध्यक्ष को यहां से विलंब हटाना चाहिए ताकि यहां के लोगों को न्याय मिल सके।
वही लोजपा(रामबिलास) के नेता विजय कुमार अकेला ने कहा कि देवकुंड पुलिस ने जिस तरह से बनतारा के लोगो पर पुलिसिया जुल्म ढाया है वह कतई बर्दाश्त करने लायक नहीं इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और तत्काल थानाध्यक्ष को हटाते हुए फर्जी मुकदमा वापस लेना चाहिए। दूसरे दिन धरना में सीपीआई के पूर्व जिला मंत्री जगनारायण सिंह विकल, अंचल मंत्री सुरेश प्रसाद यादव, सतीश प्रसाद सिंह, कृष्णानंद यादव, सत्येंद्र पासवान के साथ ग्रामीण सुनीता देवी, केसरी देवी, सुनैना देवी ,उर्मिला देवी, गीता देवी, सोनी देवी, रेनू देवी, शांति देवी, कुंती देवी, लालती देवी ,फुलो देवी, शांति देवी, हेमंती देवी ,उषा देवी ,कौशल्या देवी, रामावती देवी, सविता देवी, विमला देवी, गंगा देवी, कलावती देवी, कंचन देवी ,किरण देवी, गुड़िया देवी, शकुंतला देवी, शंकर कुमार, राजकुमार, विजय कुमार, अरजुन साव, संजय शरमा,लक्ष्मण चौधरी ,मुना चौधरी, गरिबन पासवान, विनय पासवान सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।