गया :जिलाधिकारी ने फायरिंग अभ्यास स्थल से किया प्रभावित गांव का मुआयना, सेना के सीओ से रेंज का लिया जानकारी,मृतक के पात्र परिजन को मिलेंगे 5-5 डिसमिल जमीन एवं आवास योजना का लाभ

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धीरज गुप्ता 
मगध एक्सप्रेस :- गया जिले के बाराचट्टी थाना क्षेत्र के बुमेर पंचायत अंतर्गत गूलरवेद गांव में घटित घटना को लेकर जिला पदाधिकारी गया डॉ त्यागराजन एसएम ने आज स्थल निरीक्षण किए हैं। सबसे पहले जिलाधिकारी ने विस्फोट स्थल का निरीक्षण किया गया है। इसके साथ ही पीड़ित परिवार से भी मिले एवं उन्होंने संताबना देते हुए कहा कि यह घटना काफी दुखद है। तत्पश्चात स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी मिले। जिस स्थान पर अभ्यास फायरिंग की जाती है उस स्थल पर भी निरीक्षण किए और किस किस प्रकार की अभ्यास फायरिंग की जाती है, उसकी भी जानकारी लिया गया है। अभ्यास फायरिंग के बीच कौन-कौन से गांव बीच में प्रभावित पड़ते हैं। उसका का जानकारी लिया गया है। आर्मी के पदाधिकारी के साथ बैठक किया गया है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ भी बैठक कर जानकारी लिया एवं उनकी समस्याओं को जाना गया एवं फायरिंग रेंज में पड़ने वाले गांव एवं टोलो का सर्वेक्षण करने का निर्देश भूमि सुधार उप समाहर्ता शेरघाटी को दिया गया है।  हाई रिस्क गांव का भी सर्वेक्षण कराने का निर्देश दिया गया है।

दोनों पक्ष को सुनते हुए ग्रामीणों को अस्वस्थ कराया कि सही ढंग से जांच होगी। पीड़ित परिवारों को हर तरह की सरकारी योजनाओं की मदद की जाएगी। तत्काल अगले 10 दिनों तक अभ्यास फायरिंग को बंद रखने का निर्णय लिया गया है।जिला पदाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम एवं स्थानीय विधायक ज्योति देवी ने भीमराव अंबेडकर आवासीय छात्रावास के दफ्तर में बुमेर पंचायत एवं आसपास के इलाके के ग्रामीणों के साथ विस्तार से बैठक करते हुए घटना के एक एक बिंदुबार जानकारी लिया है। अनुमंडल पदाधिकारी शेरघाटी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी बाराचट्टी को जिला पदाधिकारी के द्वारा निर्देश दिया गया कि है कि दस दिन के अंदर मृतक के आश्रितों को पांच-पांच डिसमिल जमीन सुरक्षित स्थान पर उपलब्ध कराएं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री आवास योजना के द्वारा इन्हें आवास की व्यवस्था कराइए जाए। एसडीओ के निर्देश पर मृतक के आश्रितों को एक-एक क्विंटल चावल पीडीएस बिक्रेता के द्वारा मुहैया कराई गई है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार की अन्य जितने भी योजना में पात्रता रखते हैं ये देखते हुए उन्हें प्राथमिकता पर योजना का लाभ उपलब्ध करवाया जाएगा।।इस घटना में 9 साल की बच्ची के माता-पिता की हुई मृत्यु पर जिला पदाधिकारी ने उस बच्ची को परवरिश योजना के द्वारा लाभ उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। बच्ची के पढ़ाई लिखाई तथा अन्य व्यवस्था बेहतर तरीके से करवाया जाए।

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