औरंगाबाद में जर्जर सड़क से परेशान है दर्जनों गाँव के लोग , वादा करने के बाद शक्ल तक नहीं दिखाते जनप्रतिनिधि
औरंगाबाद के दर्जनों गाँव के लोग जर्जर सड़क से परेशान है ।उनका कहना है कि चुनाव के समय जनप्रतिनिधियों द्वारा वादा तो किया जाता है लेकिन उसके बाद जनप्रतिनिधि शक्ल तक नहीं दिखाते । औरंगाबाद रफीगंज प्रखंड के अंतर्गत रफीगंज से ग्राम भटकुरहा लोहरा पंचायत के भटकुरहा पद के सीमा मोड़ से भटकुरहा गांव जाने वाली सड़क की स्थिति बहुत बदहाल हो चुकी है । लगभग 2 से 3 किलोमीटर की दूरी तय करने में लोगों को यानी ग्रामीण जनता को अपने वाहन से लगभग आधे घंटे का समय लग जाता है । सड़कों के बीचो बीच बड़े-बड़े गड्ढे हो चुके हैं और बरसात के मौसम में अभी तालाब बन चुका है तथा सड़क टूटकर रोड़ी बिखरी पड़ी है ।
दर्जनों गाँव प्रभावित
सड़क से प्रभावित गाँव ग्राम भटकुरहा,आशिया ओड़िया चौक, जकारिया,राजा बीघा, लोहरा,गम्हरिया,बुधौल,तेतरिया पोखरा, मदारपुर, ग्राम सीधा, सहित दर्जनों गांव प्रभावित है और गांव के परिवहन आने जाने का एक ही मात्र मुख्य सड़क यही है और इन सब गांव के ग्रामीणों को रोजमर्रा के कामकाज हेतु परेशानी हो रहे है | रफीगंज शहर आना जाना इसे सडक से होता है सड़क खराब होने के कारण सभी लोग को व्यर्थ का समय व्यतीत होने के साथ साथ ही ख़राब सड़क होने के कारण छोटे बड़े दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ता है और रफीगंज समुदाय स्वास्थ्य केंद्र मे मरीजों को ले जाने में भी रोड दुर्घटना जैसी परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है । गया एवं रफीगंज जाने के लिए ग्रामीणों को इस सड़क मार्ग का उपयोग करना होता है ।
चार जगह अटकता है चारपहिया वाहन ,जनप्रतिनिधि अंजान
सड़क के बारे में जानकारी देते हुए समाजसेवी मोहम्मद शमशीर आलम ने बताया की सैकड़ों विद्यार्थी स्कूल कॉलेज हेतु इस सड़क का प्रयोग करते हैं । सड़क खराब होने की स्थिति में भी विद्यार्थियों को शिक्षण संस्थान पहुंचने में विलंब हो जाती है । खराब सड़क होने के कारण गिर जाने से विद्यार्थियों को चोट लग जाता है । चोट लगने के बावजूद भी विद्यार्थी अपने शिक्षण संस्थान पहुंचते हैं । ग्रामीण मोहम्मद तौकीर आलम ने बताया की इस सड़क को बनाने के संबंध में स्थानीय प्रतिनिधि के द्वारा लगातार आश्वासन देने के बावजूद भी स्थिति बद से बदतर है पूरी स्थिति को संज्ञान में लेकर सड़क निर्माण हेतु स्थानीय समाजसेवी अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों से यही कहना है सड़क के बदहाली को देखते हुए नई सड़क का निर्माण जल्द से जल्द कराया जाय ताकि दर्जनों गाँव के लोगो की आवागमन की परेशानी दूर हो सके । ग्रामीणों ने कहा की बरसात के दिनों में मुश्किलें काफी बढ़ जाती है । मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए चारपाई पर ले जाना होता है । ग्रमीणों की माने तो बाइक से 2 से 3 किलोमीटर सफर पूरा करने में 40 मिनट का समय लगता है वही चारपहिया वाहन चार जगह अटकता है ।