औरंगाबाद :पक्की सड़क के लिए तरस रहे ग्रामीण,आखिर कब होगी मांग पूरी,अनियंत्रित होकर गिर रहे वाहन चालक

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संदीप कुमार

मगध एक्सप्रेस :-आजादी से लेकर अब तक कितनी सरकारें आईं और चली गईं। सभी ने विकास के नाम पर वोट लिए और विकास के बड़े-बड़े दावे भी किए, लेकिन यह दावे कितने हद तक सच हुए हैं। यह बात नवीनगर क्षेत्र की भुक्तभोगी जनता ही जानती है। कुछ ऐसा ही हाल उपेक्षा का दंश झेल रहा नवीनगर प्रखंड क्षेत्र के साया जाने वाली सड़क का है। जहां के ग्रामीणों को आजादी के सात दशक बाद भी मुख्य मार्ग से अपने घर तक पहुंचने के लिए आज तक पक्की सड़क पर चलना नसीब ही नहीं हुआ। इस गांव के लोग आज भी खुद को कोसकर ही अपनी भड़ास निकालने पर मजबूर हैं। गांव गांव जोड़ने के अभियान में आज भी प्रखंड मुख्यालय के अनेक मार्ग की हालत जर्जर है। अभी भी मार्ग में कच्ची सड़क होने से सफर करने में ग्रामीण जनों को बेहद ही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

नवीनगर प्रखंड कार्यालय से वीर कुंवर सिंह महाविद्यालय होते हुए साया गांव तक जाने वाली सड़क आज भी कच्ची है। सड़क की लम्बाई लगभग दो किलोमीटर है। इन दिनों यह सड़क चलने लायक नहीं है। ग्रामीण धमेंद्र सिंह,पिंटू सिंह,अनुग्रह सिंह,राजू सिंह,अभय सिंह,अशोक सिंह बली चौहान,सतेन्द्र सिंह,चंदन सिंह,का कहना है कि सड़क निर्माण की मांग को लेकर कई बार प्रशासन एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया गया है, लेकिन इस संबंध में अब तक किसी प्रकार के कारगर कदम नहीं उठाए जा सके है। कच्चे मार्ग से सफर करने के लिए हर मोड़ पर ग्रामीण जन परेशान हैं। इस सड़क के निर्माण होने से नवीनगर शहर को जाम से निजात मिल सकता है।इस सड़क से होकर प्रतिदिन सैकड़ों छात्र-छात्राओं का आना जाना वीर कुंवर सिंह महाविद्यालय लगा रहता है। सड़क के निर्माण नहीं होने से सबसे अधिक परेशानी लोगों बरसात के दिनों में होता है। इस सड़क से दर्जनों गांव के ग्रामीणों का आना-जाना जारी रहता है।

रात्रि के दौरान उक्त मार्ग से दो पहिया वाहन चलाना जोखिम से कम नहीं है जबकि आसपास के ग्रामीणों का कहना है कि कच्चे रास्ते से सफर करने के दौरान उन्हें रात्रि में बेहद ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वाहन चालक अनियंत्रित होकर हादसे का शिकार हो रहे है। बताया जाता है कि उक्त मार्ग पर पूरी तरह से अंधकार पसरा रहता है। ऐसी स्थिति में जगह-जगह उभर आए गड्ढों के कारण वाहन चालक अनियंत्रित हो जाते है और वे हादसे का शिकार हो जाते है। नगर पंचायत के वार्ड नंबर 13 साया गांव समेत आस-पास ग्रामीणों का कहना है कि लंबे अर्से से इस मार्ग पर सड़क निर्माण की स्वीकृति नहीं मिल पाई है। यदि प्रशासन की ओर से सड़क निर्माण को लेकर राशि स्वीकृत की जाती है, तो ग्रामीणों के लिए आवागमन सुलभ हो सकता है।

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