औरंगाबाद जिले में 26, 28, 968 लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा खिलाने का है लक्ष्य,10 फरवरी से सर्वजन दवा सेवन (आइडीए) अभियान की होगी शुरुआत : डाॅ. किशोर

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मगध एक्सप्रेस :औरंगाबाद जिले में आगामी 10 फरवरी से जिले के सभी प्रखंडों में सर्वजन दवा सेवन (आइडीए) अभियान की शुरुआत होगी। इस वर्ष पूरे जिले में 26, 28, 968 स्वस्थ लोगों की अभियान के तहत फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। यह अभियान 10 फरवरी से शुरू होकर अगले 17 दिनों तक चलेगा। जिसमें शुरुआत के तीन दिनों तक जिले के सभी सरकारी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों पर बूथ लगाकर आशा दीदी के द्वारा दवा खिलायी जाएगी। उक्त दवा का सेवन सभी बच्चे मध्याह्न भोजन खाने के बाद करेंगे। इसके बाद आशा दीदी के अलावा टीम के अन्य सदस्य घर-घर जाकर लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा खिलाएंगी। उक्त बातें बुधवार को सिविल सर्जन सभागार में सीफार के द्वारा आयोजित मीडिया कार्यशाला में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सह जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डाॅ. किशोर कुमार ने कही।

अभियान के दौरान 26, 28, 968 लोगों को दवा खिलाने का है लक्ष्य

डॉ. किशोर कुमार ने बताया कि इस वर्ष पूरे जिले के सभी प्रखंडों में 26, 28, 968 लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा सेवन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर की टीम में कुल 1547 स्वास्थ्य कर्मी और आशा दीदी तथा सेविका और सहायिका शामिल रहेंगी। इसके अलावा इनकी 156 सुपरवाइजर भी बनाए गए हैं। साथ ही दवा सेवन के दौरान किसी भी प्रखंड से कोई उल्टी या मिचली तथा चक्कर देने की शिकायत मिलती है तो, उसकी निगरानी के आरआरटी टीम (रैपिड रेस्पॉन्स टीम) के सदस्य मौके पर पहुंचकर उसकी देखभाल करेंगे। इसके अलावा सीफार संस्था के द्वारा पेशेंट प्लेटफार्म सदस्य के द्वारा भी कम्युनिटी के बीच जागरूकता अभियान चलाकर दवा सेवन के लिए जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। जो अभियान की सफलता के लिए काफी अहम कड़ी साबित हो रहा है।

उन्होंने कहा कि अभियान की सफलता के लिए मीडिया कर्मियों की भूमिका काफी अहम है। क्योंकि आपके माध्यम से सी अभियान का संदेश जन-जन तक पहुंचेगा। तभी हम अपने जिले से फाइलेरिया उन्मूलन का लक्ष्य हासिल कर सकते हैं। इसलिए इस अभियान को सफल बनाने के लिए हम सभी को एकजुटता के साथ काम करना है। कार्यशाला में भीडीसीओ हर्षवर्धन कुमार, पीसीआई के जिला समन्वयक विशाल कुमार चौहान, डब्ल्यूएचओ के एक्सटर्नल मानीटर मुकेश कुमार, पेशेंट प्लेटफार्म के सदस्य संजय कुमार गुप्ता, सीफार के प्रतिनिधि जफर इकबाल समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे।

जिले में 26.28 लाख लोगों को खिलाई जाएगी डीईसी व अल्बेंडाजोल की दवा :ध्यान रखने योग्य जानकारी :

  • खाली पेट दवा का सेवन नहीं किया जाना है।
  • दवा स्वास्थ्य कर्मियों के सामने ही खाना जरूरी है।
  • अल्बेंडाजोल की गोली चबाकर खाई जानी है।
  • फाइलेरिया से सुरक्षित रहने के लिए अपने घरों के आसपास गंदा पानी इकट्ठा न होने दें।
  • सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें।

फाइलेरिया के प्रति जागरूकता जरूरी
जिला अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सह जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ किशोर कुमार ने बताया फाइलेरिया क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होने वाला एक गंभीर संक्रामक बीमारी है जिसे आमतौर पर हाथी पांव भी कहा जाता है। कोई भी व्यक्ति किसी भी उम्र में फाइलेरिया से संक्रमित हो सकता है। फाइलेरिया के प्रमुख लक्षण हाथ और पैर या हाइड्रोसिल (अण्डकोष) में सूजन का होना होता है। प्रारंभिक अवस्था में इसकी पुष्टि होने के बाद जरूरी दवा सेवन से इसे रोका जा सकता है। इसके लिए लोगों में जागरूकता की आवश्यकता है। लोगों को फाइलेरिया के लिए जागरूक करने में मीडिया की सशक्त भूमिका होती है।

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