औरंगाबाद :जल संसाधन विभाग की इस योजना से 1539 हेक्टेयर कृष्य कमाण्ड क्षेत्र में सुनिश्चित होगी सिंचाई सुविधा,सोन नहर प्रणाली अंतर्गत पूर्वी लिंक नहर का कराया जाएगा पुनर्स्थापन एवं लाईनिंग कार्य: मंत्री श्री संजय कुमार झा
मगध एक्सप्रेस :-पटना मुख्य नहर में आवश्यकता के अनुरूप समय पर जलस्राव उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सोन नहर प्रणाली अंतर्गत पूर्वी लिंक नहर का पुनर्स्थापन एवं लाईनिंग कार्य कराया जाएगा। जल संसाधन विभाग की इस योजना को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में 3 नवंबर 2023 को हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में मंजूरी मिल चुकी है। इसके अधीन 10.20 किमी लंबाई में पुनर्स्थापन एवं लाईनिंग के साथ-साथ 7.46 किमी में पक्के (बिटुमिनस) सेवापथ का निर्माण कराया जायेगा। इस कार्य से पटना मुख्य नहर से निकलने वाली अधिकतम वितरण प्रणालियों में अंतिम छोर तक जलस्राव सुनिश्चित होगा। साथ ही बारुण प्रखंड के ग्रामीणों को आवागमन में सुविधा होगी। यह बात जल संसाधन मंत्री श्री संजय कुमार झा ने बुधवार को बिहार विधानसभा में सदस्य श्री महानंद सिंह द्वारा पूछे गये अमरा एवं सैदपुर रजवाहा के मुख्य उद्गम से दो-से-तीन किलोमीटर तक बैंकों की ऊँचाई बढ़ाने और दोनो रजवाहों का सर्वे कराकर मरम्मत कराने से संबंधित सवाल के जबाब में दी।
जल संसाधन मंत्री श्री संजय कुमार झा ने यह भी बताया कि अमरा वितरणी एवं इससे निकलने वाली सैदपुर उपवितरणी के पुनर्स्थापन कार्य को सात निश्चय पार्ट-2 में घोषित “हर खेत तक सिंचाई का पानी” कार्यक्रम के तहत कराने के लिए अनुवर्ती कार्रवाई की जा रही है। इस कार्य से इन नहरों के अंतिम छोर तक सिंचाई हेतु पानी पहुँचाया जा सकेगा।उन्होंने बताया कि सोन नहर प्रणाली अंतर्गत पटना मुख्य नहर के किमी 38.80 से अमरा वितरणी निकलती है, जिसकी लंबाई 20.80 किमी है। अमरा वितरणी के किमी 6.77 से सैदपुर उपवितरणी निकलती है, जिसकी लंबाई 16.00 किमी है। खरीफ सिंचाई 2023 के दौरान अमरा वितरणी एवं सैदपुर उपवितरणी में आवश्यकतानुसार सम्पोषण एवं मरम्मति कराकर क्रमशः किमी 17.00 एवं किमी 10.60 तक जलस्राव उपलब्ध कराते हुए 6,832 हेक्टेयर कृष्य कमाण्ड क्षेत्र के विरुद्ध 5,967 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध करायी गयी है।
जल संसाधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक सोन नहर प्रणाली अंतर्गत पूर्वी लिंक नहर (कुल लंबाई 10.20 किमी) का पुनर्स्थापन और लाईनिंग कार्य से पटना मुख्य नहर एवं पूर्वी सोन उच्चस्तरीय नहर में जलस्राव उपलब्ध कराने में आसानी होगी। इससे पूर्वी तरफ निर्मित नहर प्रणालियों में अंतिम छोर तक पानी पहुंच सकेगा। योजना के कार्यान्वयन से 1,539 हेक्टेयर कृष्य कमाण्ड क्षेत्र में प्रत्यक्ष लाभ, जबकि 1,64,102 हेक्टेयर कमाण्ड क्षेत्र को अप्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। इससे पटना जिले के पालीगंज, दुल्हिनबाजार, नौबतपुर, बिहटा और बिक्रम प्रखंड, औरंगाबाद जिले के बारूण, औरंगाबाद, गोह, रफीगंज, ओबरा, दाउदनगर और हसपुरा प्रखंड, गया जिले के कोंच और टेकारी प्रखंड तथा अरवल जिले के कलेर और अरवल प्रखंड के किसान लाभान्वित होंगे। योजना की प्राक्कलित राशि 235 करोड़ 24 लाख 97 हजार रुपये है।