औरंगाबाद:जिला शिक्षा पदाधिकारी ने किया कार्यवाई,देव के दो शिक्षिका को किया गया स्थानांतरित ,आठ महीने के बाद थमा विवाद और मिड डे मिल हुआ शुरू
Magadh Express:-औरंगाबाद जिला के देव प्रखंड में देव के 2 शिक्षकों को स्थानांतरित कर दिया गया है। बीते 8 महीना से बनुआ पंचायत के त्रिदेव नगर में शिक्षिका के स्थानांतरण को लेकर विवाद अपने चरम सीमा पर था। जिसका नतीजा था कि ना तो विद्यालय में सही से शिक्षा की संचालन होती थी और ना ही मिड डे मील चालू थी। जिसे लेकर प्रखंड स्तरीय एक कमेटी ने विद्यालय में जाकर जिला शिक्षा पदाधिकारी के निर्देश पर जांच पड़ताल किया ।
जांच पड़ताल में पाया गया कि विद्यालय में कुल 4 शिक्षकों पदस्थापित है।जांच के दौरान पाया गया की मूल विवाद शिक्षिकाओं की उपस्थिति समय से विद्यालय ना आना और आपस में एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगना आदि है।विद्यालय की बदहाल व्यवस्था के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराया जा रहा था।जांच समिति द्वारा विद्यालय हित के मध्य नजर सभी शिक्षकों का स्थानांतरण किसी अन्यत्र विद्यालय में करने हेतु अनुशंसा की थी।ताकि विद्यालय का वातावरण स्वच्छ रहने एवं विद्यालय को सुचारू रूप से संचालित होने में कठिनाई न हो ।
वही जिला शिक्षा पदाधिकारी संग्राम सिंह ने पत्र जारी कर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना औरंगाबाद के ज्ञापन 3164 दिनांक 8 अगस्त 2023 को तत्काल प्रभाव से निरस्त करते हुए सचिव पंचायत नियोजन इकाई ग्राम पंचायत बनवा के ज्ञापक 50 दिनांक 28 दिसंबर 2012 द्वारा प्रधानाध्यापिका बिना बल्लभ प्राथमिक विद्यालय त्रिदेव नगर एवं मंजू कुमारी प्राथमिक विद्यालय पक्का पर को स्थानांतरण को प्रभावित मानते हुए उक्त दोनों शिक्षिकाओं को तत्काल स्थानांतरित विद्यालय में योगदान देने के लिए कहा गया ,साथी अपने स्तर से शेष शिक्षिकाओं का नियमानुसार पंचायत नियोजन इकाई ग्राम पंचायत की बैठक निर्धारित करते हुए इनका स्थानांतरण करवाना सुनिश्चित करने की बात की गई।
विद्यालय का पठन-पाठन एवं मध्यान भोजन योजना का सुचारु रूम ढंग से चलाने की बात की गई। शुक्रवार को प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी एवं बनुआ पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि ने विद्यालय में जाकर 8 महीने से बंद पड़े मिड डे मील योजना का शुभारंभ करवाया।खुद छात्र छात्राओं के साथ मिड डे मील का भोजन ग्रहण किया। इधर विद्यालय में प्रधानाध्यापिका के स्थानांतरण के बाद ग्रामीणों में खुशी का माहौल बना हुआ है।ग्रामीण अब विद्यालय में शैक्षणिक स्तर में सुधार की आशा जाहिर की है।