औरंगाबाद :नगर निकाय चुनाव का बजा डंका,चंद बारिश में ही सड़के नर्क में हो जाती है तब्दील
मगध एक्सप्रेस :औरंगाबाद नगर निकाय चुनाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है। जनप्रतिनिधियों द्वारा जिले के मोहल्ले में विकास की बयार बहाने की बात भी कही जाने लगी है। अब प्रत्याशी जनता के पास जाएंगे और मस्तक झुकाएंगे और कहेंगे कि हम ही विकास की बयार बहाएंगे मुझे आशीर्वाद प्रदान करे। जबकि सच्चाई कुछ और ही है। चंद बारिश में ही सड़क एवं गलियों में नाली के पानी लबालब भर जाने से नर्क जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है। विकास की बड़ी-बड़ी बातें करने वाले प्रतिनिधि जीत जाने के बाद सिर्फ अपने ही झोली भरने में व्यस्त हो जाते हैं। आम जनता के बारे में किसने सोचा। मच्छरों का डंक से परेशान लोगों को जीना हराम हो जाता है। और फागिंग भी नहीं कराई जाती है। कई जगह बीचो बीच सड़क पर बने नाली में ढक्कन के स्लैप टूट चुके हैं। व्यक्ति ना जाने कब दुर्घटना का शिकार हो जाए यह कहना मुश्किल है। इस पर किसी का ध्यान नहीं जाता।जबकि जनता से कई प्रकार के टैक्स भी वसूले जाते हैं।
जिले के शाहपुर रोड हो या टिकरी मोहल्ला, न्यू एरिया हो या सत्येंद्र नगर हालात सभी जगह एक ही सामान है। नाले की बेहतर ढंग से सफाई ना होने के कारण बारिश के पानी सही ढंग से नहीं निकल पाता। बताते चलें प्रत्यक्ष के लिए प्रमाण की जरूरत नहीं होती है। वार्ड नंबर 5 के सामाजिक कार्यकर्ता सुजीत कुमार सिंह ने बताया कि सड़के तो बनाई गई है लेकिन भ्रष्टाचार के बुनियाद पर बनाई गई सड़कें कितना टिकाऊ होती है यह सभी लोग जानते हैं। इसे बताने की आवश्यकता नहीं है। कहीं सड़क में गड्ढा हो चुकी है तू कहीं सड़कें पूरी तरह से ही धराशाई हो गई है। सबसे ज्यादा पीने के पानी की समस्या है। जिले में 33 वार्ड में से लगभग 3 या 4 वार्ड में ही पानी की सप्लाई की जा रही है। तो बताएं आप ही यह कैसे हैं विकास की बयार बह रही है। आम जनता बड़े ही उम्मीद से जनप्रतिनिधियों को चुनती है। उन्हें गहरा आघात तब लगता है। जब उनके द्वारा चुने गए ही प्रतिनिधि उनके साथ छलावा करते हैं।