औरंगाबाद:ऐतिहासिक उमंगेश्वरी मंदिर मे किया गया रुद्राभिषेक का आयोजन,वैदिक मंत्रोच्चारण से भक्तिमय हुआ माहौल
संजीव कुमार
Magadh Express:औरंगाबाद जिले के मदनपुर प्रखंड के ऐतिहासिक उमगा पहाड़ पर स्थित उमंगेश्वरी मंदिर परिसर के शिवलिंग पर रुद्राभिषेक का आयोजन व्यापार मंडल अध्यक्ष पियूष रंजन उर्फ़ रिशु सिंह की अध्यक्षता मे किया गया।जिसमे महिला पुरुष सहित आस पास के ग्रामीणों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।रांची से आये आचार्य रंजीत मिश्रा के नेतृत्व मे मुख्य यजमान के द्वारा पूजन से आस पास का माहौल भक्तिमय बन गयी।रुद्राभिषेक के महत्व को बताते हुए उमगा पहाड़ के मुख्य पुजारी बालमुकुंद पाठक ने बताया कि,अभिषेक शब्द का शाब्दिक अर्थ है – स्नान कराना। रुद्राभिषेक का अर्थ है भगवान रुद्र का अभिषेक अर्थात शिवलिंग पर रुद्र के मंत्रों के द्वारा अभिषेक करना। यह पवित्र-स्नान रुद्ररूप शिव को कराया जाता है।
वर्तमान समय में अभिषेक, रुद्राभिषेक के रुप में ही विश्रुत है। अभिषेक के कई रूप तथा प्रकार होते हैं। शिव जी को प्रसंन्न करने का सबसे श्रेष्ठ तरीका है रुद्राभिषेक करना अथवा श्रेष्ठ ब्राह्मण विद्वानों के द्वारा कराना। वैसे भी अपनी जटा में गंगा को धारण करने से भगवान शिव को जलधाराप्रिय माना गया है।
रुद्राष्टाध्यायी के अनुसार शिव ही रूद्र हैं और रुद्र ही शिव है। रुतम्-दु:खम्, द्रावयति-नाशयतीतिरुद्र: अर्थात रूद्र रूप में प्रतिष्ठित शिव हमारे सभी दु:खों को शीघ्र ही समाप्त कर देते हैं। वस्तुतः जो दुःख हम भोगते है उसका कारण हम सब स्वयं ही है हमारे द्वारा जाने अनजाने में किये गए प्रकृति विरुद्ध आचरण के परिणाम स्वरूप ही हम दुःख भोगते हैं।इस दौरान नेहा राठौर,भोजपुरी गायक सपरिवार निरंजन विद्यार्थी,बबलू मिश्रा,सत्येंद्र यादव,शम्भू सिंह,दुधु सिंह,राजू पाठक आदि लोग उपस्थित रहे।