औरंगाबाद:देव के इसरौर और सिलाड़ कला में रविदास जयंती पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन,संत रविदास ने धर्म के नाम पर जाति, छुआछूत, रंगभेद जैसे सामाजिक दूषणों को नाबूद करने की कोशिश की-शक्ति मिश्रा
Magadh Express:- रविदास जयंती पर औरंगाबाद जिले के देव प्रखंड में कार्यक्रमों की धूम रही । देव प्रखंड के सिलाड़ कला और इसरौर गांव में रविदास जयंती के पावन अवसर पर महान संत रविदास जी की मूर्ति का पूजा अर्चना किया गया और देव प्रखंड के समाजसेवी शक्ति मिश्रा द्वारा रविदास जयंती पर आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया । सिलाड़ कला और इसरौर में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए समाजसेवी शक्ति मिश्रा ने बताया कि भारत देश की आज पूरी दुनिया में विश्व गुरु के नाम से पहचान है क्योंकि भारत देश की भूमि पर कई बड़े बड़े संत और गुरुओं ने जन्म लिया है, जिन्होंने अपने सत्य वचनों से लोगों को सच्ची राह पर चलना सिखाया है।
संत रविदास 15 वीं शताब्दी के एक सबसे प्रसिद्ध और प्रमुख संत में से एक थे। रविदास एक महान संत और समाज सुधारक के साथ-साथ ईश्वर के अनुयायी, दर्शन शास्त्री और एक महान कवि थे। संत रविदास जी रैदास के नाम से भी जाने जाते है। निर्गुण सम्प्रदाय के प्रसिद्ध संत रविदास अपनी स्वरचना के माध्यम से अपने अनुयायियों और समाज के लोगों को सामाजिक और आध्यात्मिक सन्देश दिया। लोग उन्हें मसीहा मानते थे।रविदास जी ने लोगों को ईश्वर के प्रति प्रेम करना सिखाया। रविदास जी को आज भी उत्तरप्रदेश, पंजाब और महाराष्ट्र राज्यों में लोग भगवान की तरह पूजते है और धार्मिक कार्यक्रमों में लोग उनके महान गीतों को सुनते या पढ़ते है।
समाजसेवी शक्ति मिश्रा ने कहा कि रविदास जी ने धर्म के नाम पर जाति, छुआछूत, रंगभेद जैसे सामाजिक दूषणों को नाबूद करने की कोशिश की। उन्होंने लोगों को ईश्वर के प्रति प्रेम की सच्ची परिभाषा समझाई। लोगों को अपने कर्मों का महत्व समझाया। रविदास जी ने मूर्ति पूजा से ज्यादा अपने कर्मों में विश्वास रखना चाहिए यह बात लोगों को बताई।रविदास जी को भगवान ने पृथ्वी पर असली सामाजिक और धार्मिक कार्यों को पूरा करने के लिए भेजा था। रविदास जी ने आंतरिक भावनाओं और आपसी भाईचारे को ही सच्चा धर्म बताया।कार्यक्रम के दौरान इसरौर पंचायत के मुखिया पंकज सिंह मौजूद रहे ।
बताते चले की पिछले माह समाजसेवी शक्ति मिश्रा ने यह घोषणा की थी कि सिलाड़ कला गांव में संत रविदास की भव्य मंदिर का निर्माण किया जायेगा ।वहीं रविदास जयंती पर सिलाड़ कला और इसरौर दोनो जगहों पर मंदिर निर्माण कर समाज के लिए समर्पित किया जायेगा। शक्ति मिश्रा के घोषणा के बाद दोनो गांवों के ग्रामीणों के बीच हर्ष व्याप्त है और ग्रामीणों ने इस कार्य को लेकर शक्ति मिश्रा की भूरी भूरी प्रशंसा की है ।