गया :100 में से 90% लोग वीडियो कॉल की करते हैं स्क्रीनशॉट,मोबाइल इस्तेमाल पर ध्यान दे लड़कियां – महिला थानाध्यक्ष
धीरज गुप्ता
मगध एक्सप्रेस :-गया जिले के महिला थाना कि थानाध्यक्ष रवि रंजना कुमारी के द्वारा राजीव रिजनिंग कोचिंग सेंटर लाइन के पास पुलिस लाइन के पास साइबर जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया है। पुलिस मुख्यालय के द्वारा प्रत्येक महीने के पहले बुधवार को साइबर जागरूकता अभियान का आयोजन प्रत्येक थाने में किया जाता है।इस अवसर पर राजीव रीजनिंग कोचिंग सेंटर के संचालक डायरेक्टर राजीव कुमार एवं महिला थाना की थानाध्यक्ष रवि रंजना कुमारी, टेक्निकल सेल गया के एक्सपोर्ट एसआई ददन कुमार एवं साइबर एक्सपर्ट दीपक कुमार गुप्ता मौजूद थे ।इस अवसर पर राजीव कुमार संचालक राजीव रीजनिंग कोचिंग सेंटर ने सभा का शुरुआत तीनों अतिथि गणों को अंग वस्त्र प्रदान कर शुरुआत की गई है ।उसके बाद महिला थानाअध्यक्ष रवि रंजना के द्वारा साइबर क्राइम के बारे में विस्तार से बताया गया है ।उन्होंने बताया कि किस प्रकार हम आए दिन साइबर फ्रॉड के शिकार होते हैं किस प्रकार युवा ना चाहते हुए भी अपराधिक गतिविधियों में फंस जाते हैं और अपराध के शिकार हो जाते हैं।
उन्होंने बताया कि खासकर युवतियों को अपने मोबाइल में किसी एप्स को लोड करने से पहले कौन कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए ,महिला थानाध्यक्ष ने यह भी बताया कि किसी के इमोशन में आकर अपने आपत्तिजनक तस्वीर नहीं खींचवाय ,वैसा कोई भी तस्वीर अपने फोन में ना रखें जिसे सार्वजनिक रूप से दिखाया नहीं जा सके। इसके साथ ही युवाओं को जागरूक करते हुए बताया कि आईटी एक्ट के तहत दोष सिद्ध हो जाने पर अपराध सिद्ध हो जाने पर पहले अपराध किए जाने पर 5 वर्षों की सजा और 1000000 तक का जुर्माना है एवं दूसरी बार गलती दोहराने पर 7 साल की सजा एवं ₹1000000 तक की जुर्माना है साथ ही युवाओं को इस संबंध में भी जागृत किया गया कि अक्सर अपनी नासमझी के कारण किसी से बदले की भावना में आकर द्वेष की भावना में आकर किसी का फोटो एडिट करके उससे वायरल करना परेशान करना किस हद तक जुर्म है और इसकी क्या सजा है किसी तरह की अफवाह को फैलाना किस तरह की सांप्रदायिक भावना को ठेस पहुंचाने वाला मैसेज करने से समाज पर किस प्रकार का दुष्परिणाम होता है और अफवाह फैलाने वालों को क्या सजा मिलती है इन सब के बारे में जागृत किया गया है।
वही टेक्निकल सेल गया के एक्स्पन प्रसाद ने स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए बताया कि अपराधी चाहे कितना भी शातिर हो पुलिस के पास वह टेक्निक है जो किसी भी प्रकार अपराधियों को पकड़ ही लेती है यानी कि अपराध करने वाले सावधान हो जाएं पुलिस के हाथ ,कानून के हाथ बहुत लंबे हैं और साथ ही यह बताया कि मोबाइल फोन से बात करके मोबाइल का नंबर डिलीट कर देना मोबाइल को फॉर्मेट कर देना या कुछ भी अपराध करके अपने मोबाइल के साथ कुछ भी छेड़छाड़ करेंगे तो पुलिस इसका पता लगा ही लेगी। इसके साथ ही दीपक कुमार गुप्ता साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट के द्वारा अपने विचारों को रखते हुए बताया गया कि किस प्रकार फेसबुक पर फेक आईडी को पुलिस 2 मिनट में बंद कर देती है और अपराधी की पहचान हो जाती है जिस प्रकार अपराधी 2 मिनट में फेसबुक अकाउंट खोल लेते हैं उसी प्रकार पुलिस दो ही मिनट में फेसबुक का अकाउंट बंद करा सकती है और पकड़े जाने पर सजा का क्या प्रावधान है ,इस संबंध में भी बताया। अपने अनुभवों के को भी साझा किया/थानाध्यक्ष महिला थाना रवि रंजना ने बताया कि जो भी जानकारी आप यहां से लेकर अपने घर जाएंगे उन सभी जानकारी को आप कम से कम 4 लोगों तक जरूर पहुंचाएं गे इससे ज्यादा से ज्यादा लोग साइबर फ्रॉड के बारे में समझ सकेंगे । इसके साथ ही बताया कि किसी से भी ओटीपी शेयर ना करें बैंक कभी भी आपसे ओटीपी सीवीवी एवं एटीएम कार्ड का नंबर नहीं मांगती है। किसी भी प्रकार का साइबर फ्रॉड का शिकार होने पर 1930 पर अवश्य कॉल करें।