औरंगाबाद : सांप्रदायिक तुष्टिकरण के चलते स्त्री जाति के खिलाफ घट रही घटनाओं पर वर्तमान राज्य सरकार की चुप्पी दुखद है और ऐसी सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक नही है – विकास कुमार सिंह
बीते दिनों भागलपुर में नीलम देवी की हुई निर्मम हत्या के विरुद्ध बिहार में कई जगहों पर प्रदर्शन जारी है । इस मामले में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन भी किया जा रहा है ।बिहार में इस घटना पर मुख्यमंत्री और सरकार की चुप्पी पर लोगों में आक्रोश है ।
औरंगाबाद जिले के बीजेपी नेता और चेई नवादा पंचायत के मुखिया विकास कुमार सिंह उर्फ बबलू ने इस मामले में कहा है कि क्या बिहार को ऐसी सरकार चाहिए जो महिलाओं के प्रति हो रहे अत्याचार पर कार्यवाई ही न करे क्योंकि अपराधी किसी विशेष समुदाय का है । मुख्यमंत्री को डर लगता है कि कहीं कार्यवाई से उनके वोट बैंक पर असर न पड़ें ।
मुखिया सह बीजेपी नेता ने कहा कि बिहार में जंगल राज की स्थिति बन रही है । जिस प्रकार से भागलपुर में दिनदहाड़े संप्रदाय विशेष के अपराधी ने नीलम देवी के हाथ, पैर, स्तन इत्यादि काटने का प्रयास किया और निर्मम तरीके से उनकी हत्या की यह अत्यंत हृदय विदारक घटना है । इसके पहले भी दिल्ली में श्रद्धा नाम की लड़की के 35 टुकड़े किये गये. ऐसे वारदातों का बढ़ना बिहार वासियों के लिए चिंता का विषय है और ऐसे मामले में बिहार के मुखिया नीतीश कुमार का रवैया सन्देहास्पद है ।
उन्होंने कहा कि वर्तमान बिहार सरकार इन आपराधिक घटनाओं पर मौन साधे हुए है। गठबंधन की सरकार सांप्रदायिक तुष्टिकरण में लगी हुई है । भारतीय संस्कृति में हमेशा से स्त्री को देवी की तरह पूजा गया है । उसकी उपासना की गयी है, परंतु आए दिनों बिहार में स्त्री जाति के खिलाफ घटनाएं घटती जा रही है, यह दुखद है । सांप्रदायिक तुष्टिकरण के चलते स्त्री जाति के खिलाफ घट रही इन घटनाओं पर वर्तमान राज्य सरकार की चुप्पी दुखद है और ऐसी सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक नही है ।
भारत वह भूमि है, जहां पर स्त्री के चीरहरण के प्रयास मात्र से महाभारत जैसा युद्ध हो गया था ।आज खुलेआम बीच चौराहे पर स्त्री का अंग भंग कर दिया जा रहा है और सरकार प्रशासन खामोश है । ऐसी चुप्पी सांम्रदायिक ताकतों को बल दे रही है ।