औरंगाबाद :जनसंघ के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की मनाई गई जयंती

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मगध एक्सप्रेस :- जनसंघ के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती औरंगाबाद शहर के वार्ड नंबर 20 दिवाकर कॉलोनी में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा मंडल अध्यक्ष राम रूप सिंह की अध्यक्षता में मनाया गया!सर्वप्रथम पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर वंदे मातरम गीत के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई !जयंती समारोह के पहले भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा माननीय प्रधानमंत्री जी की मन की बात कार्यक्रम को सुना गया!कार्यक्रम मे भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष पुरुषोत्तम कुमार सिंह ने कहा कि आज अंत्योदय दिवस का असर है अर्थात अंत्योदय शब्द का मतलब उत्थान है, जो समाज में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों के उत्थान को समर्पित है. इस दिन का उद्देश्य भारत के गरीब और पिछड़े लोगों के विकास की ओर ध्यान खींचना है. साथ ही इस दिन समाज और राजनीति में दीनदयाल उपाध्याय के योगदान के लिए याद करने के लिए भी मनाया जाता है.भारत के धरती महज एक भूखंड मात्र नहीं है। हमने इस भूभाग पर जन्म लिया है। यह हमारी माता है। इसलिए भारत माता की जय कहने पर हमें गर्व की अनुभूति होती है।

उन्होंने कहा कि इतिहासकारों ने भारतीय इतिहास को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत किया है। आज के परिपेक्ष्य में गजनी से चलने वाले गजनी को ही जब वहां के लोग याद नहीं करते हैं। तो भारतीय इतिहास से अगर उन्हें हम हटाते हैं तो इसमें विरोध किस बात का है।पंडित दीनदयाल जी ने मानव चेतना की संकल्पना की थी।
आज मन की बात कार्यक्रम में भी भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने दीनदयाल उपाध्याय जी के जीवनी पर प्रकाश डाला एवं कहा कि दीनदयाल उपाध्याय के सपनों को आज भारत में पूरा किया जा रहा है उन्होंने अंत्योदय का जो सपना देखा था अर्थात भारत के अंतिम पंक्ति के अंतिम छोर पर खड़े अंतिम व्यक्ति का उत्थान ही अंत्योदय है आज भारतीय जनता पार्टी की सरकार उस स्वप्न को परिपूर्ण करने की पूर्ण निष्ठा कर रही है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंडित दीनदयाल जी के विचारों पर खरे उतरे हैं। उनके द्वारा समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक गरीब कल्याण योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा रहा है । तकरीबन ८० करोड़ जनता उससे लाभान्वित हो रही है। मेक इन इंडिया, वोकल फॉर लोकल सरीखी मुहिम से भारतीय लाभान्वित हो रहे हैं। एक राष्ट्र, एक शिक्षा और निचले व्यक्ति को स्थान देने में प्रमुखता, स्वदेशी को बढ़ावा देने की बात पंडित दीनदयाल जी ने की थी। उसे अक्षरश प्रधानमंत्री भी आगे बढ़ा रहे हैं। वसुदेव कुटुंबकम की भावना सदैव भारतीय संस्कृति में रही है। इस अवसर पर रघुनाथ राम, विनोद शर्मा ,राजेश पांडे ,विनोद राम ,सुनील सिंह ,मुसाफिर पासवान, शुभम कुमार ,सुशांत कुमार, अविनाश कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित थे।।

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