औरंगाबाद:रानी तालाब स्थित खेल मैदान में पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह ने किसान आमसभा को किया संबोधित ,कहा- कभी विभागीय चीफ इंजीनियर के ऑफिस जाइए और उनका कालर पकड़कर भी सवाल कीजिए ,क्योंकि ये तनख्वाह सरकार की नही आपके पैसे से पाते है
Magadh Express:-औरंगाबाद जिले के देव स्थित रानी तालाब के खेल मैदान में आज राष्ट्रीय किसान मजदूर विकास मंच के नेतृत्व में विशाल आम सभा का आयोजन किया गया । इस आमसभा की अध्यक्षता बेढनी पंचायत के मुखिया मनोज सिंह ने की जबकि संचालन राजेंद्र गुप्ता ने किया ।इस दौरान सैकड़ों की संख्या में स्थानीय किसानों ने भाग लिया ।इस आमसभा में किसान नेता बिहार प्रभारी दिनेश प्रसाद सिंह,पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह ,किसान संरक्षक रामकेवल सिंह,मुखिया विनोद सिंह, संरक्षक कौशल सिंह,भूपेश यादव,राजदेव पाल, योगेंद्र सिंह, सुनील सिंह ,अशोक यादव ने सभा को संबोधित किया ।
किसान आमसभा में मुख्य अतिथि किसान नेता राकेश टिकैत और पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह का भव्य स्वागत किया गया ।इस दौरान समिति के सदस्यो ने माला, शॉल तथा सूर्य मंदिर का प्रतीक चिन्ह देकर स्वागत किया ।सभाको संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा कि उतर कोयल नहर योजना की मूलतः समस्या यहां भ्रष्टाचार का है ।पैसे का अभाव नही , लोगो के सहयोग की कमी नही ,भारत माला प्रोजेक्ट हो ,मंडल डैम हो सबके केवल सरकारों की लापरवाही है चाहे वो सरकार बिहार की हो,झारखंड की।हो या केंद्र की सरकार हो ,तीनो सरकार एक दूसरे पर फेंका फेंकी करते है ।यहीं चतरा के सभा में मोदी जी ने कहा था कि यह मोदी की गारंटी है कि हम इस परियोजना को चालू कर देंगे ।तमाम आश्वासन के बाद पिछले 40,50सालो ने कई एम एल ए हुए ,कई प्रधानमंत्री बदले लेकिन हमारा स्वभाव नही बदला है ।जबकि मैं देखता हू चुनाव आता है तो चुनाव में विकास का मुद्दा गायब हो जाता है ।आप मूल अधिकार को त्याग देते है और चुनाव में जातियों के आधार पर ,धर्म के आधार पर गोलबंद होते है जिसका राजनीतिक फायदा राजनीतिक दल उठाते है । पूर्व कृषि मंत्री ने कहा कि पहले तो राजनीतिक दलों की गुलामी छोड़नी होगी ।वोट देना है वोट का विरोध नहीं है ।वोट जिसको देना है दीजिए मगर उनसे सवाल जरूर कीजिए कि आपने हमारे लिए क्या किया ।
पूर्व मंत्री ने आगे कहा कि कल मैं यहां के चीफ इंजीनियर से मैं बात कर रहा था ।हमको लगता है यहां उनके कार्यालय में कोई नहीं जाता है ।एक बार घुसिए उनके कार्यालय में और थोड़ा उनका कालर पकड़िएगा ,सरकार का तनखाह पा रहा है ।सरकार का तनखाह कौन देते है आप देते है। अपने अधिकार की लड़ाई के लिए कालर वगैरह पकड़िए,और पूछिए की इस परियोजना से कितना हेक्टेयर का पटवन होना था और नही हुआ तो क्यों नही हुआ ।मुझे पता है कि इस योजना से लगभग 500हेक्टेयर का सिंचाई हुआ है ।500हेक्टेयर का मतलब एक गांव का पटवन , बताइए हजारों करोड़ों की योजना से अगर एक गांव का पटवन होता है तो इससे शर्मनाक स्थिति मैं मानता नही । सरकार में जो लोग बैठे हुए है ,बिहार की सरकार,झारखंड की सरकार या केंद्र सरकार मुझे तो नही लगता की इस तरह से सरकारें नहीं चलाई जाती ,इसलिए अधिकारियों पर नकेल कसिए और उनसे योजनाओं पर सवाल जवाब कीजिए ।इस तरह पूर्व मंत्री ने किसानों के प्रति अपनी आवाज को बुलंद किया और किसानों को हर हाल में साथ देने का वादा किया ।